देवघर: झारखंड का दूसरा अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट देवघर जिले के हुसैनाबाद में स्थापित होगा. पहला अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट तिलैया में पूर्व से ही स्वीकृत है. हुसैनाबाद में स्थापित होने वाले पावर प्लांट की बीडींग की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. उक्त जानकारी लोकसभा में केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सदन को दी. उन्होंने बताया कि देश में छह अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट लगना है.
जिसमें झारखंड का हुसैनाबाद शामिल है. इसके अलावा छत्तीसगढ़-सरगुजा, ओड़िशा-नारला एंड कसिंगा और भद्रक, बिहार- बांका जिले के ककवारा और कर्नाटक का निदौदी गांव शामिल है. केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि जिस पावर प्रोजेक्ट के लिए स्थान चिह्न्ति कर लिया गया है. वहां के लिए बीडींग की प्रक्रिया पूरी की जा रही है. इसके अलावा पावर प्रोजेक्ट में तेजी लाने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं. झारखंड का पहला पावर प्लांट तिलैया में पहले से ही स्वीकृत है, उस पर काम भी शुरू हो गया है.
4000 मेगावाट बिजली का होगा उत्पादन
देवघर और बांका में जो अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट स्थापित होना है, उसकी उत्पादन क्षमता 4000-4000 मेगावाट की होगी. दोनों प्रोजेक्ट के लिए जमीन चिह्न्ति कर लिया गया है. देवघर का प्लांट हुसैनाबाद में और बांका का प्लांट ककवाड़ा में लगेगा. हुसैनाबाद के प्रोजेक्ट पर 40 हजार करोड़ का निवेश होगा. इतनी ही राशि का निवेश बांका में भी होगा. इन दोनों प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने पर संतालपरगना और भागलपुर का इलाका पावर हब बन जायेगा. क्योंकि भागलपुर में पूर्व से ही कहलगांव में एनटीपीसी का 2400 मेगावाट की उत्पादन क्षमता वाला पावर प्लांट है. वहीं गोड्डा जिले में 1320 मेगावाट क्षमता वाला जिंदल का पावर प्लांट बन रहा है. इस तरह संताल परगना 5320 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेगा. वहीं भागलपुर में 6400 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेगा.
संतालपरगना पावर हब बन जायेगा. क्योंकि जिंदल का पावर प्लांट ऑल रेडी बन रहा है. हुसैनाबाद का प्रोजेक्ट बन जाने के बाद बिजली के लिए संतालपरगना को दूसरे राज्यों पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा. वहीं बिहार भी पावर के मामले में आत्मनिर्भर हो जायेगा. राज्य सरकार जितनी जल्दी केंद्र को जमीन अधिग्रहण करके हैंड ओवर कर दे, पावर प्लांट पर काम शुरू होगा. इससे क्षेत्र का विकास के साथ-साथ रोजगार के अवसर सृजित होंगे. यहां के लोगों को काम के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा.
-निशिकांत दुबे, सांसद, गोड्डा लोकसभा