देवघर: पत्रकार विनय सिंह हमला प्रकरण में पुलिस आरोपितों को बचा रही है. घटना के करीब डेढ़ महीने बीत गये अब तक वरीय पुलिस अधिकारी द्वारा न सुपरविजन दिया गया है और न ही आरोपितों के खिलाफ कोर्ट से वारंट ही निकला है.
इस संबंध में कोई पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने से पीछे हट रहे हैं. यह भी बताया जा रहा है कि कांड के सुपरविजन करने वाले पुलिस पदाधिकारी ने अब तक श्री सिंह से मुलाकात कर बयान रिकार्ड करना भी उचित नहीं समझा है. घटना के तीसरे दिन ही एक बार घायल से बयान लेने नगर इंस्पेक्टर अजय सिंह अखबार के दफ्तर तक जरूर पहुंचे थे, किंतु घायल पत्रकार से उनकी भेंट नहीं हो सकी थी. उसी दिन श्री सिंह से इंस्पेक्टर ने फोन पर बात कर बयान लेने के लिये उनके घर जाने की बात कही थी लेकिन कभी वे घायल पत्रकार के घर नहीं गये. बताया जाता है कि 25 दिसंबर की देर रात करीब दो बजे कार्यालय से काम समाप्त कर घर जाने के दौरान माथाबांध निवासी रिशु नरौने समेत तीन आरोपितों ने विनय सिंह के साथ मारपीट कर नगदी रुपये की छिनतई की थी. घटना में आंख के पास उन्हें चोट लगी थी.
तीन टांका लगा था और एक महीने के अंदर उन्हें मोतियाबिंद का ऑपरेशन भी कराना पड़ा. इस संबंध में बयान लेने के लिये एसपी के सरकारी नंबर पर कॉल किया गया किंतु उनसे संपर्क नहीं हो सका.