देवघर: सरकारी धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से किसानों की मेहनत की कमाई पानी में जा रही है. किसानों का धान बिचौलियों के माध्यम से बाजार व हाट में औने-पौने दर पर बिक रहा है.
ग्रामीण क्षेत्रों के हाट में हजारों क्विंटल धान की अवैध खरीदारी कर राइस मिल में टपाया जा रहा है. इससे देवघर जिले के किसानों को इस वर्ष लगभग चार करोड़ का नुकसान हो चुका है. इस वर्ष राज्य सरकार ने 1310 रुपये प्रति क्विंटल की दर निर्धारित किया है. लेकिन बिचौलिायों के माध्यम से हाट व बाजार में धान 1200 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खपाया जा रहा है. इससे किसानों को प्रति क्विंटल 110 रुपये का नुकसान हो रहा है. सहकारिता विभाग ने इस वर्ष साढ़े चार लाख क्विंटल धान खरीदारी का लक्ष्य रखा था. इस अनुसार किसानों को लगभग सवा चार करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है. सहकारिता विभाग के आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2012-13 में तीन लाख, 14 हजार क्विंटल धान की खरीदारी हुई थी. जबकि वित्तीय वर्ष 2011-12 में लगभग चार लाख क्विंटल की धान खरीदारी हुई थी.
103 धान क्रय केंद्र खोलने का प्रस्ताव
धान की कटाई 10 दिसंबर तक लगभग पूर्ण हो चुकी थी. इसी आधार पर विभाग ने एक माह पहले सरकार को डिमांड राशि भेजी थी. ताकि 15 दिसंबर तक सारे धान क्रय केंद्र खोल दिये जाये. लेकिन जनवरी पूरा माह बीत जाने के बावजूद क्रय केंद्र नहीं नहीं खुला. सहकारिता विभाग ने देवघर जिले में कुल 103 सरकारी धान क्रय केंद्र खोलने के लिए विभाग ने 54 करोड़ रुपये की डिमांड राशि सरकार को भेजी है. लेकिन सरकार से अभी तक राशि जिले को प्राप्त नहीं हुई है. हालांकि दस दिनों पहले धान क्रय केंद्र खोलने की सहमति विभाग ने तो दी, लेकिन राशि नहीं मिलने मामला का अटक गया है.
पिछले वर्ष 50 हजार क्विंटल धान राइस मिल नहीं पहुंचा
वित्तीय वर्ष 2012-13 में देवघर जिले में हुई किसानों से 53 धान क्रय केंद्र में तीन लाख, 14 हजार क्विंटल धान की खरीदारी हुई. इसमें दो लाख, 64 हजार क्विंटल धान राइस मिलों को भेज दिया गया. लेकिन शेष 50 हजार क्विंटल धान राइस मिलों तक नहीं पहुंचा. विभाग ने आनन-फानन में सभी पैक्स व ग्रेन गोला को पत्र भेजकर धान जल्द राइस मिलों में भेजने का निर्देश दिया है. यह 50 हजार क्विंटल धान का दर लगभग छह करोड़ रुपया है. बताया जाता है कि किसानों से खरीदे जाने के बाद छह करोड़ रुपये का धान पश्चिम बंगाल के आसनसोल व रामपुरहाट के बाजार में 1500 रुपये तक प्रति क्विंटल के दर से धान को बेचा गया.
‘‘ दस दिनों पहले धान क्रय केंद्र खोलने का निर्देश प्राप्त हुआ है. लेकिन राशि प्राप्त नहीं हुई है. पैक्स भी क्रय केंद्र खोलने में रुचि नहीं दिखा रहा है. पैक्स अध्यक्षों ने धान की कीमत बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. चूंकि बाजार में 1200 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान बिक रहा है.
धनंजय प्रसाद,
सहकारिता प्रसार पदाधिकारी, देवघर