मगर सड़क जाम से भीड़ जमा होता देख वैन में सवार पुलिस कर्मियों ने बीच का रास्ता निकालते हुए समझौते के मुद्रा में आ गये. इस बात को वाहन चालक भी समझ गया. उसने तुरंत स्थल से भुगतान कर खिसकने में भलाई समझी. इस बात की सूचना स्थानीय लोगों ने वरीय पदाधिकारी को भी दी. मगर कोई भी मामले की सुधि लेने नहीं पहुंचा.
उसके बाद संध्या लगभग 6.30 से 6.45 बजे के बीच उसी चौराहे के समीप नीली-पीली बत्ती चमकाते हुए एक पुलिसिया वैन ने सड़क से गुजरने वाले पत्थर व बालू लदे वाहनों से वसूली शुरू कर दी. मगर इस बार किसी भी व्यक्ति ने पुलिस के वरीय पदाधिकारी को किसी तरह की कोई सूचना देने से इंकार किया. यह सिलसिला आधा घंटा से भी ज्यादा समय तक चलता रहा.