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आंकड़ों में उलझता जा रहा शिक्षक नियुक्ति फर्जीवाड़ा का मामला
दुर्गापूजा के पहले फर्जीवाड़ा सूची में शामिल किये गये थे 117 नवनियुक्त शिक्षक दुर्गापूजा खत्म होते ही 57 शिक्षकों का नाम सूची से हटा कर उनका वेतन भुगतान का आदेश जारी कर दिया विभाग नहीं कर पा रहा है फर्जी व सही शिक्षकों की बहाली में फर्क फर्जीवाड़ा में शामिल 43 शिक्षकों से पूछा गया […]
दुर्गापूजा के पहले फर्जीवाड़ा सूची में शामिल किये गये थे 117 नवनियुक्त शिक्षक
दुर्गापूजा खत्म होते ही 57 शिक्षकों का नाम सूची से हटा कर उनका वेतन भुगतान का आदेश जारी कर दिया
विभाग नहीं कर पा रहा है फर्जी व सही शिक्षकों की बहाली में फर्क
फर्जीवाड़ा में शामिल 43 शिक्षकों से पूछा गया स्पष्टीकरण, मांगा गया है जवाब
देवघर :सरकारी प्राइमरी तथा मिडिल स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ नियमित पठन-पाठन के लिए देवघर में जनवरी 2016 में शिक्षकों की नियुक्ति की गयी. शिक्षक नियुक्ति में व्यापक स्तर पर फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के बाद विभाग ने जांच आरंभ करायी.
जांच प्रक्रिया अब भी चालू है, लेकिन विभाग द्वारा तैयार फर्जीवाड़ा सूची में हर दिन शिक्षकों की संख्या बदलती जा रही है. दुर्गापूजा के पहले 117 नवनियुक्त शिक्षकों को फर्जीवाड़ा सूची में शामिल किया गया था. लेकिन, दुर्गापूजा खत्म होने के साथ ही विभाग ने पुन: 57 शिक्षकों का नाम फर्जी सूची से हटाते हुए वेतन भुगतान का आदेश जारी कर दिया है. विभाग यह तय नहीं कर पा रहा है कि आखिर कितने नवनियुक्त शिक्षक फर्जी तरीके से बहाल किये गये हैं.
विभाग के इस रवैये से हर कोई हैरान-परेशान है. इससे पहले बिना वेतन आठ माह से काम कर रहे नवनियुक्त शिक्षकों को दुर्गापूजा के पहले वेतन भुगतान की प्रक्रिया आरंभ की गयी. जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय देवघर द्वारा फर्जीवाड़ा में शामिल 124 नवनियुक्त शिक्षकों की सूची जारी की गयी. विरोध के बाद दूसरे ही दिन फर्जीवाड़ा में शामिल शिक्षकों की संख्या 120 हो गयी. तीसरे दिन विभाग ने पुन: संशोधित सूची जारी कर 117 नवनियुक्त शिक्षकों के वेतन भुगतान पर रोक लगाने से संबंधित पत्र जारी कर दिया. साथ ही निकासी एवं व्ययन पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया गया कि शपथ पत्र के आधार पर शेष नवनियुक्त शिक्षकों को वेतन का भुगतान कर दिया जाये.
43 नवनियुक्त शिक्षकों से पूछा स्पष्टीकरण, 22 तक मांगा जवाब
जिला शिक्षा अधीक्षक देवघर द्वारा फर्जीवाड़ा व अनियमितता में शामिल 43 नवनियुक्त शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछा गया है. इसमें 28 नवनियुक्त शिक्षक ऐसे हैं जो पारा कोटि से गैर पारा कोटि में शामिल हुए हैं. जबकि 15 नवनियुक्त शिक्षक ऐसे हैं जिनका प्रमाण पत्र वैध संस्थान से जारी नहीं हुआ है.
स्पष्टीकरण का जवाब पांच दिन में अथवा 22 अक्तूबर तक हर हाल में उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है. डीएसइ देवघर ने स्पष्टीकरण के माध्यम से नवनियुक्त शिक्षकों से पूछा है कि पारा शिक्षक पद से त्याग पत्र संबंधी अभिलेख अथवा साक्ष्य (संबंधित प्रखंड शिक्षा प्रसाद पदाधिकारी द्वारा जारी आदेश पत्र) कार्यालय को उपलब्ध नहीं कराया गया है. शैक्षणिक, प्रशैक्षणिक योग्यता जिस सत्र में प्राप्त की गयी है उस सत्र से संबंधित संस्थान की मान्यता स्पष्ट नहीं है.
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