श्री सिंह ने बताया कि पिछले दो सालों के दरतम्यान यदि आप में से कोई भी दो सालों के दौरान अपने आय की घोषणा आयकर विभाग को नही दिखा पाये हैं. तो वैसे चिकित्सक 30 सितंबर तक अपने आय की घोषणा कर उस पर 45 फीसदी टैक्स कटवा सकते हैं. इस पर किसी तरह की कोई पेनाल्टी नहीं गठित की जायेगी. इससे चिकित्सकों को ही फायदा होगा. क्योंकि विभाग के वरीय पदाधिकारी की अोर से साफ निर्देश है कि टैक्स बढ़ायें. विभागीय पदाधकारयों का मानना है कि चिकित्सकों के पास पैसा सुलभ तरीके से जमा होता है. हाल के दिनों में विभाग की अोर से बाजला कॉलेज के समीप चलाये गये अभियान से प्रमाणित होता है.
उन पर कोई जोर -जबरदस्ती नहीं है. वे टैक्स जमा कर देश हित में बेहतर काम कर सकते हैं. हां इस कार्य में कोई उन्हें बरगलाता है तो वे सीधे वरीय पदाधिकारियों से व्यक्तिगत संपर्क या फोन कर आय घोषणा से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. पिछले दिनों ज्वेलरी व्यवसायियों व शिक्षकों के साथ बैठक हुई थी. आज चिकित्सकों के साथ बैठक की गयी. इसके बाद 30 सितंबर दूसरे अन्य जिलों में इस तरह के बैठकों का दौर जारी रहेगा. आज की बैठक में आयकर पदाधिकारी मनोज पंडित, मिथिलेश कुमार सिंह, राज कुमार, इंस्पेक्टर एसएन चौधरी, विभागीय कर्मी अनिल कुमार आदि शामिल थे. एक दर्जन चिकित्सक शामिल थे बैठक में आइएमए, देवघर के अध्यक्ष डॉ जीपी बरनवाल, सचिव डॉ शत्रुघन प्रसाद सिंह, डॉ सुभाष चौधरी, डॉ आरएन प्रशाद, डॉ एनसी गांधी, डॉ राजेश कुमार, डॉ सिकंदर सिंह, डॉ आरके चौरसिया, डॉ अविनाश, डा एनडी मिश्रा, डॉ राजीव पांडेय, डॉ वीरेंद्र सिंह, डॉ डी तिवारी, डॉ प्रभात रंजन, डॉ एके सिंह, डॉ चंद्रकांत, डॉ सौरभ साहा, डॉ गौरीशंकर आदि मौजूद थे.