वह दशलक्षण पर्व के समापन पर 16 सितंबर को विधि-विधानपूर्वक व्रत तोड़ेगी. इसकी नियमबद्धता को देख कर परिवार के सभी सदस्य भी मुग्ध हैं. कोलकाता के भवानीपुर कॉलेज में बीकॉम फाइनल इयर की छात्रा ऋद्धि जैन ने बताया कि वह प्रतिभा स्थली ज्ञानोदय विद्यापीठ जबलपुर मध्य प्रदेश में पढ़ते समय दशलक्षण पर्व पर व्रत रखने का संकल्प ली थी.
उनके परिवार में दादी व भाई भी इस तरह व्रत रख चुके हैं. 10 दिनों तक व्रत रखनेवाली परिवार की तीसरी सदस्य बनी है. परिवार में दादा ताराचंद जैन, चाचा राजेश जैन, चाची सीमा जैन, पिता राजीव जैन, माता रेणु जैन, भाई ऋषभ व सिद्धार्थ जैन उसेे व्रत रखने में सहयोग कर रहे हैं.