देवघरः धार्मिक नगरी देवघर में भक्ति की गंगा बह रही है. बाबा के तिलक में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबाधाम आये हुए हैं. लगातार उनका आना अब भी बदस्तूर जारी है. इन भक्तों को रहने, खाने आदि सब चीजों में परेशानी हो रही है. फिर भी भक्ति-भाव सर चढ़ कर बोल रही है. शहर के सारे धर्मशाला फुल हैं. बावजूद उन्हें चिंता नहीं है.
बाबा के नाम पर सड़क किनारे सो रहे हैं. भोजन भी सड़क किनारे बना कर खा रहे हैं. महिला-पुरुषों में भेद-भाव मिट गया है. गांव में परदा करनेवाली महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधे मिला कर परेशानी झेल रही हैं. माता पार्वती को बहन मानते हुए तिलक में आकर अपने को सौभाग्यवती मान रही हैं. कड़ाके की ठंड से स्थानीय लोग अपने घर में घुस जाते हैं. लेकिन इनकी आस्था को ठंड भी प्रभावित नहीं कर पा रही है. सब कुछ बाबा के नाम पर छोड़ दिये हैं. दिन में बाबा की पूजा-अर्चना कर शाम से भजन-कीर्तन में लग जाते हैं. इससे पूरा शहर भक्ति-भाव से ओत-प्रोत हो गया है.