सर्वसम्मति से निर्णय लेते हुए कहा गया कि जेटेट प्रमाण पत्र की जांच में फर्जी पाये गये नवनियुक्त शिक्षकों का नाम समाचार पत्रों में प्रकाशित करते हुए विभाग यथाशीघ्र एफआइआर दर्ज करायें. साथ ही विभाग यह आधिकारिक रूप से घोषणा करें कि सभी 599 अभ्यर्थियों के टेट प्रमाण पत्र की जांच पूरी तरह हुई अथवा नहीं हुई है. ऐसा अन्य जिले में हो रहा है, तो देवघर में क्यों नहीं हुआ है. वर्ष 2015 में नियुक्त वेतन पा रहे शिक्षक भी बड़ी संख्या में फर्जी हैं.
उनका टेट सहित सभी मूल शैक्षणिक तथा प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच यथाशीघ्र करायें. जिले में विभाग द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया में की गयी गड़बड़ी, मेधांक में बड़े पैमाने पर छेड़छाड़ तथा पदों के भारी संख्या में रिक्त होते हुए भी अंतिम सीट भरने से पहले जानबूझ कर काउंसेलिंग बंद कराने के चलते योग्य अभ्यर्थी को वंचित करने की विभागीय चुक का खामियाजा योग्य अभ्यर्थी क्यों भुगतेंगे. इस संदर्भ में जिला शिक्षक नियुक्ति समिति देवघर क्या कर रही है. जांच कार्यों की प्रगति एवं विद्यालय के बच्चों के लिए मेरा आधार, मेरा खाता कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए छात्रहित में हमारी प्रस्तावित न्याय यात्रा व न्याय मार्च फिलहाल स्थगित किया जाता है. बैठक में सुधीर प्रसाद, रविशंकर पांडेय, बद्री झा, अनिल कुमार झा, उमाशंकर यादव, चंदन कुमार देव, प्रकाश निराला, विजय शंकर वरनवाल, हेमलाल यादव, नरेश महथा, गोविंद दास, किशोर अग्रवाल, राज किशोर मंडल, योगेंद्र वर्मा, सुभाष महथा, अशोक महथा, विजय रजक, पवन कुमार मंडल आदि उपस्थित थे.