सारवां : जिला परिषद सदस्य सुनीता सिंह व अन्य पर सारवां सीएचसी के चिकित्सा प्रभारी डॉ सुनील कुमार ने मारपीट करने व जान मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है. डॉ सुनील कुमार ने रविवार को मामला दर्ज कराया है.
डॉ सुनील ने बताया गया कि शनिवार की देर रात जिप सदस्य सुनीता सिंह आठ आदमियों के साथ सीएचसी पहुंची व गाली गलौज करते हुए उनके साथ धक्का-मुक्की की. पीड़ित डॉक्टर ने आरोप लगाया है कि जिप सदस्य ने उनसे रंगदारी व पल्स पोलियो अभियान की 50 फीसदी राशि की मांग की है. ऐसा पूर्व से ही किया जा रहा है. घटना के बाद से ही सारवां में गहमागहमी रही.
सीएस ने ली घटना की जानकारी
रविवार को सीएस डॉ दिवाकर कामत व डीएस डॉ सोबान मुमरू ने सीएचसी पहुंच कर घटना की जानकारी चिकित्सा प्रभारी से ली. इस दौरान विरोध स्वरूप काला बिल्ला लगा कर विरोध करते हुए पल्स पोलियो अभियान जारी रखने का निर्देश दिया. इधर, उन्होंने कर्मचारियों के साथ चिकित्सकों को प्रशासन से सुरक्षा की मांग की.
इधर चिकित्सा प्रभारी के समर्थन में जिला जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ भी उतर आया. संघ के जिला सचिव अरुणानंद झा ने कहा कि मान-सम्मान के साथ किसी प्रकार का समझौता बरदाश्त नहीं किया जायेगा. सीएचसी सभागार में मुन्ना राय की अध्यक्षता में संघ की बैठक हुई. बैठक में प्रशासन को 48 घंटे के अंदर जिप सदस्य को गिरफ्तार करने की मांग की गयी.
बैठक में डॉ मनीष कुमार, आयुस चिकित्सक, डॉ सुनील कुमार सिंह प्रखंड अध्यक्ष मुन्ना राय, सचिव शर्मिला कुमारी, कार्तिक ठाकुर, बबलू कुमार, शुकदेव, लक्ष्मण, नीलम कुमारी, लखी कुमारी, सविता कुमारी, सुमेश सिंह, चंद्रमोहन, चितरंजन सिंह, नेत्र सहायक अनिल कुमार दास, इंदु कुमारी, विभूति कुमार, श्यामलाल सिंह आदि थे.
‘‘ आरोप निराधार है. निरीक्षण के दौरान सारवां की जनता ने सीएचसी में इलाज के दौरान डॉ सुनील कुमार द्वारा धमकी दिये जाने की शिकायत की थी. इस संबंध में तथा स्वास्थ्य योजनाओं की प्रचार-प्रसार नहीं किये जाने के संबंध में जब डॉक्टर से पूछताछ की गयी तो उन्होंने मुझे अपमानजनक बातें कही.
– सुनीता सिंह, जिला परिषद सदस्य