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अब बारिश में मशीन से कैसे बनेगा डोभा
देवघर: कृषि विभाग (भूमि संरक्षण) से मशीन से डोभा बनाने में निर्धारित लक्ष्यों से काफी पीछे रह गया. देवघर जिले में भूमि संरक्षण से कुल 4800 डोभा बनाने लक्ष्य दिया गया था. इसमें लगभग 4500 लाभुकों के खाते में डाेभा का निर्माण करने के लिए 40 फीसदी राशि भेज दी गयी. लेकिन भूमि संरक्षण के […]
देवघर: कृषि विभाग (भूमि संरक्षण) से मशीन से डोभा बनाने में निर्धारित लक्ष्यों से काफी पीछे रह गया. देवघर जिले में भूमि संरक्षण से कुल 4800 डोभा बनाने लक्ष्य दिया गया था. इसमें लगभग 4500 लाभुकों के खाते में डाेभा का निर्माण करने के लिए 40 फीसदी राशि भेज दी गयी. लेकिन भूमि संरक्षण के आंकड़ों के अनुसार अब तक अब तीन हजार डोभा ही बन पाया. शेष 1500 लाभुकों के खाते में राशि पड़ी ही रह गयी. अब बारिश शुरू हो चुकी है, ऐसी परिस्थिति में डाेभा का निर्माण कैसे होगा सवाल उठने लगा है. विभाग से इस मामले में चिंतित है.
चूंकि लाभुकों के खाते में राशि चली गयी है, प्रति लाभुक के खाते में आठ हजार रुपये भेजी गयी है. अगर मॉनसून की बारिश तेजी हुई तो 1500 डोभा का निर्माण अटक जायेगा. मालूम हो डाेभा बनाने के लिए मुख्य सचिव व कृषि सचिव से लेकर डीसी तक कई बार समीक्षा की गयी, बावजूद भूमि संरक्षण मशीन से भी निर्धारित लक्ष्य के अनुसार डोभा खुदाई में पीछे रह गयी. यही स्थिति भूमि सरंक्षण से स्वीकृत तालाब की है. कुल 78 तालाबों में विभाग 20 तालाब भी फाइनल नहीं कर पायी.
मशीन के अभाव में लक्ष्य के अनुसार डाेभा की खुदाई नहीं हो पायी. बावजूद अन्य जिले के मुकाबले देवघर में अधिक डाेभा की खुदाई हुई है. लाभुकों के खाते में राशि 40 फीसदी है. प्रखंड के पदाधिकारी से लेकर भूमि संरक्षण की टीम ने नजर बनाये रखी है, अभी प्री मॉनसून बारिश हुई है, अगर धूप हुई तो शेष डाेभा खोदे जा सकते हैं.
– रामकुमार सिंह, भूमि संरक्षण पदाधिकारी, देवघर
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