देवघर: देवघर में जमीन की रजिस्ट्री पर एक बार फिर पेंच फंस गया है. देवघर रजिस्ट्री ऑफिस में बसौड़ी छोड़ शेष सभी प्रकार की जमीन की रजिस्ट्री रुक गयी है. इसमें लखराज, कामत, बकास्त व एलए किस्म की जमीन है. बताया जाता है कि डीसी के मौखिक निर्देश पर तत्काल इन किस्मों की जमीन की रजिस्ट्री रोकी गयी है. बसौड़ी किस्म की जमीन की रजिस्ट्री होती रहेगी.
पिछले 25 दिनों से लखराज, कामत, बकास्त व एलए की जमीन की रजिस्ट्री रुकी हुई है. इसमें एलए की जमीन पर प्रशासन की खास नजर है चूंकि देवघर भूमि घोटाले में सर्वाधिक एलए की जमीन शामिल है. निबंधन विभाग के अनुसार इस प्रकार जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगने से सरकार को काफी हद तक राजस्व का नुकसान भी पहुंच रहा है. पिछले कई माह तक तो एनओसी के चक्कर में देवघर में जमीन की रजिस्ट्री पर ही रोक थी. इस दौरान सरकार को लगभग दस करोड़ के राजस्व का नुकसान हुआ था. लेकिन हाइकोर्ट की सख्ती के बाद बिना एनओसी के जमीन की रजिस्ट्री चालू हुई.
फिलहाल रजिस्टार प्रभार में वर्तमान रजिस्टार वैभव मणी त्रिपाठी छुट्टी पर हैं. डीसी के निर्देश पर श्री त्रिपाठी दंडाधिकारी डा ज्योति कुमार सिंह को रजिस्ट्रार का प्रभार देकर छुट्टी पर गये हैं. इस क्रम में श्री त्रिपाठी का तबादला भी लोहरदगा हो चुका है. लेकिन श्री त्रिपाठी अभी विरमित नहीं हुए हैं. इस पेच में भी देवघर रजिस्ट्री ऑफिस में काम बाधित है. इस संदर्भ में प्रभारी रजिस्ट्रार डा ज्योति कुमार सिंह ने बताया कि जब तक नये रजिस्ट्रार योगदान नहीं लेते हैं. उस क्रम में रजिस्ट्री ऑफिस का कार्य सामान्य रूप से निबटाया जा रहा है. जमीन की रजिस्ट्री अगर होगी तो केवल मैं बसौड़ी जमीन का ही रजिस्ट्री करुंगा. चूंकि बसौड़ी साथ-सुथरी जमीन होती है.