देवघर: सदर अस्पताल में कार्यरत स्वास्थ्यकर्मी मृत्युंजय पांडेय को एक मोबाइल धारक ने एसडीओ बता कर सात हजार रुपया का रिचार्ज अलग-अलग सात मोबाइल नंबर में कराया. जब असलियत जाने कि उक्त मोबाइल धारक ने सिविल एसडीओ बन कर उनसे ठगी की, तब श्री पांडेय सन्न रह गये. आनन-फानन में उन्होंने शुभचिंतकों को जानकारी दी. फिर यहां के सिविल सजर्न को फोन कर कहा. बाद में देर शाम में वे अज्ञात मोबाइल धारक (8051609713) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने नगर थाना पहुंचे.
कैसे हुआ मामला : दोपहर में मोबाइल नंबर 8051609713 से श्री पांडेय के मोबाइल नंबर 9431950976 पर कॉल आया. पहली बार उन्होंने रिसिव नहीं किया. इसी बीच शहर के एक डॉक्टर का फोन उनको आया. डॉक्टर साहब ने कहा कि एसडीओ साहब का फोन आयेगा तो देख लीजिएगा. दूसरी बार उक्त अज्ञात मोबाइल नंबर का कॉल उन्होंने रिसिव किया. फोन करने वाले ने खुद को सिविल एसडीओ बता कर मोबाइल रिचार्ज कराने कहा और आकर पैसा देने की भी बात कही. दौड़ कर श्री पांडेय समीप की रिचार्ज दुकान में गये. उनके द्वारा दिये मोबाइल नंबर 7759882080, 7759882903, 7759882863, 9546293630, 7759882862, 9334856660 व 9431234568 पर एक-एक हजार रुपये का रिचार्ज करा रहे थे. इसी बीच अस्पताल के एक दूसरे डॉक्टर की उन पर नजर पड़ी. श्री पांडेय की परेशानी देख उन्होंने पूछताछ की तो जवाब मिला कि एसडीओ साहब का मोबाइल रिचार्ज करा रहे हैं. उक्त डॉक्टर हंसे और कहा रुकिये, मोबाइल धारक एसडीओ नहीं बल्कि ठग है. हाल में अखबारों में भी ऐसी खबर छपी थी. तुरंत उन्होंने उक्त मोबाइल धारक को फोन कर पैसे की मांग की तो कॉल काट दिया गया.
फोन करने वाले का मोबाइल लोकेशन मुंगेर का : मामले की सूचना फोन कर एसपी को दी गयी. एसपी के निर्देश पर एसडीओ बन कर फोन करने वाले का लोकेशन सर्च कराया गया. जानकारी मिली कि उसके मोबाइल का लोकेशन बिहार अंतर्गत मुंगेर जिले का है. उक्त नंबर का सिमकार्ड पटना से निर्गत हुआ है.
कई लोगों से हो चुकी है ठगी : इस तरह की ठगी कई लोगों से हो चुकी है. उक्त मोबाइल धारक ने ज्योति व विजया होटल के मालिक को फोन कर रिचार्ज कराया था. इसके बाद उक्त मोबाइल धारक के खिलाफ यहां के एसडीओ ज्य ज्योति सामंता ने मामला भी दर्ज कराया था. मामला दर्ज करने के बाद नगर पुलिस ने मोबाइल धारक का सारा डिटेल्स निकाला, किंतु अब तक कोई टीम उसकी गिरफ्तारी को लेकर यहां से नहीं गयी है.
ठगी करने वाले जानते हैं देवघर को : देवघर. ठगी करने वाले देवघर को करीब से जानते हैं. ठगी करने वाले का लोकेशन बिहार का है किंतु वे यहां के होटल वाले और स्वास्थ्य विभाग के लोगों को करीब से जानते हैं. अगर नहीं जानते तो कहां से मोबाइल नंबर लाया होटल संचालकों, डॉक्टर साहब व स्वास्थ्यकर्मी मृत्युंजय पांडेय का. कैसे उनलोगों का नाम जाना? पुलिस को गहराई से इसका पता करना चाहिये. किंतु पुलिस का रवैया इस मामले में लापरवाही सा लग रहा है.