मजबूरी में घर से निकलना पड़ता है तो आंखों पर चश्मा, कपड़े से चेहरे को ढक कर, सिर पर छाता लेकर बचते-बचाते आवागमन करते हैं.
हलक को सूखाती हवा से बचने के लिए लोग जहां-तहां जूस, आइसक्रीम, ठंडा पेय पदार्थ का खूब सेवन कर रहे हैं. अप्रैल के महीने में शहर का तापमान ऐसा लग रहा है, जैसे जून का महीना हो. इस विकराल मौसम में लू लगने का डर सबसे ज्यादा होता है. लोगों में दस्त, डिहाइड्रेशन, टाइफाइड, बुखार, मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बना रहता है. इसलिए विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.