दुमका : संताल परगना में हाल के वर्षों में बढ़े उग्रवाद, आपराधिक गतिविधि तथा दुमका प्रक्षेत्रीय मुख्यालय से इसके तीन जिलों की दूरी को देखते हुए एक नये प्रक्षेत्र के गठन का प्रस्ताव गृह विभाग को भेजा गया है. इस नये प्रक्षेत्र के प्रस्ताव में गोड्डा के अलावा साहिबगंज व पाकुड़ जिले को शामिल किया गया है.
यह प्रस्ताव चंद दिनों पहले डीआइजी देव बिहारी शर्मा ने भेजा है. इससे पहले भी ऐसे प्रस्ताव तत्कालीन आइजी ए नटराजन के कार्यकाल में 15 अप्रैल 2010 को भेजा गया था. पूरे छह साल बाद डीआइजी देव बिहारी शर्मा ने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर इसकी आवश्यकता बतलाते हुए विभाग का ध्यानाकृष्ट कराया है. उनके इस रिपोर्ट में इन तीनों की जिले की जनसंख्या, भौगोलिक परिदृश्य, क्षेत्रफल, थाने की संख्या, लंबित व प्रतिवेदित मामले, उसके नक्शे आदि को समावेशित किया गया है.
तब बेहतर पुलिसिंग मिल पायेगी
अगर यह नया प्रक्षेत्र गठित हो जाता है, तो संताल परगना दो प्रक्षेत्र में बंट जायेगा. इनमें एक प्रक्षेत्र में दुमका, देवघर एवं जामताडा जिले होंगे, तो दूसरे में शेष तीन जिले. अपराध व उग्रवाद में जिस तरीके से वृद्धि हुई है, उस दृष्टि से इसमें नियंत्रण के लिए यह जरूरी महसूस की जा रही है. संताल परगना की लंबाई लगभग 300 किमी और चौड़ाई लगभग 200 किमी है. आइजी का पद भी यहां समाप्त हो चुका है. लिहाजा पूरे इलाके में अपराध नियंत्रण में कई तरह की कठिनाई भी विभाग को उठानी पड़ती है. पहुंचना भी सुगम नहीं हो पाता. आमजनों को भी बहुत परेशानी होती है.
डीआइजी डीबी शर्मा ने भेजा प्रस्ताव
साहिबगंज बनेगा दूसरे प्रक्षेत्र का मुख्यालय!
इसमें पाकुड़ व गोड्डा जिले को शामिल करने का है जिक्र
दुमका प्रक्षेत्र में देवघर व जामताड़ा
कुछ यूं होगा नया प्रक्षेत्र
जनसंख्या : 37, 21, 742, क्षेत्रफल : 4390.21 वर्ग किमी, जिले : साहिबगंज, पाकुड़ एवं गोड्डा, कुल सबडिविजन : 05, कुल प्रखंड : 24, कुल थाना : 32, प्रतिवेदित मामले: 5119
संताल परगना के ये तीन जिले दूरी पर हैं. इलाके में उग्रवादी गतिविधि बढ़ी है. कई नये तरह के अपराध भी बढ़े हैं, जिनमें साइबर क्राइम और नकली नोट के कारोबार भी शामिल हैं. आनेवाले दिनों में साहिबगंज में गंगा बेसिन पर बंदरगाह का निर्माण होना है. कई नयी कोलियरी खुलने की संभावना हैं. पावर प्लांट लगने हैं.
ऐसे में उग्रवाद-अपराध नियंत्रण के लिए ऐसा जरूरी महूसस हो रहा था. लिहाजा हमने एक अप्रैल को इससे संबंधित एक प्रस्ताव भेजा है. निर्णय पुलिस मुख्यालय के स्तर से ही होना है.
देव बिहारी शर्मा, डीआइजी, दुमका प्रक्षेत्र