देवघर: सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक का लाइसेंस रद्द हो सकता है. ब्लड बैंक में ड्रग कंट्रोल विभाग के द्वारा बनाये गये नियमों को दरकिनार कर काम किया जा रहा है. इस वजह से विभाग लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया तेज कर दी है. जानकारी के अनुसार ब्लड बैंक में ब्लड बैंक इंचार्ज फूल टाइम नहीं बैठते हैं. डोनर को ब्लड देते समय ब्लड की क्रास मैचिंग कर ऑन द स्पॉट सर्टिफाइड कर मेडिकल ऑफिसर को देना है. जबकि वर्तमान में डोनर को ब्लड मिलने के बाद ब्लड बैंक के मेडिकल ऑफिसर क्रास मैचिंग कर रहे हैं. ब्लड देने की इस प्रक्रिया पर डीआइ ने आपत्ति जताते हुए विभाग को रिपोर्ट के माध्यम से कहा कि ब्लड बैंक में फूल टाइम पैथोलॉजिस्ट मेडिकल ऑफिसर की जरूरत है लेकिन जेनरल एमबीबीएस से काम लिया जा रहा है. आधारभूत संरचना व उपकरण के मामले में भी ब्लड बैंक में सुधार नहीं किया गया है. इसी रिपोर्ट के आधार पर ड्रग कंट्रोल विभाग लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
नहीं बैठते है ब्लड बैंक के प्रभारी
ब्लड बैंक के प्रभारी ब्लड के क्रास मैचिंग के लिए नहीं बैठते हैं. डोनर को ब्लड देने के बाद सुबह या शाम में मेडिकल ऑफिसर ब्लड बैंक में क्रास मैचिंग कर खानापूर्ति का काम कर रहे हैं. जबकि नियमत: मेडिकल ऑफिसर डोनर को ब्लड देते ही समय क्रास मैचिंग कर ब्लड देना है.
एलीजा राइडर नहीं, किट से हो रहा काम : डोनर के ब्लड की विभिन्न जांच के लिए एलीजा राइडर दिया गया है लेकिन जानकारी मिली है कि दो साल से एलीजा राइडर से ब्लड जांच का काम नहीं हो रहा है. अभी किट के माध्यम से ब्लड की जांच प्रक्रिया निभायी जा रही है.
जांच मशीन को ब्लड बैंक के एक कमरे में कपड़े से ढंक कर रख दिया गया है. पूछे जाने पर बताया गया कि कई बार ठीक कराया गया लेकिन दो दिन भी ठीक से नहीं चला. एलीजा राइडर मशीन को एसी कमरे में रखे जाने का प्रावधान है. वहीं कई बार ब्लड बैंक को निर्देश आया है कि ब्लड ग्रुप की जांच पैथोलॉजी में होनी चाहिए, लेकिन अभी ब्लड ग्रुप जांच का काम ब्लड बैंक में हो रहा है. वहीं नियमों को लागू करने पर ब्लड बैंक के प्रभारी ने कभी ध्यान नहीं दिया.
‘‘ ब्लड बैंक की आधारभूत संरचना, उपकरण व प्रोपर मेंटेनेंस नहीं किया जा रहा है. मेडिकल ऑफिसर ब्लड बैंक में नहीं बैठते हैं. वे ब्लड बैंक के अलावा भी दूसरे कामों में व्यस्त रहते हैं. इसलिए विभाग को रिपोर्ट भेजी गयी है.
कुमार रजनीश, डीआइ, देवघर
‘‘ एलीजा राइडर मशीन ठीक है. खराब होने की शिकायत तो एलटी ने नहीं की है. वैसे मशीन को फिर से एक बार देख लेंगे.
डॉ मनोज गुप्ता, ब्लड बैंक प्रभारी,
देवघर