देवघर: पूर्व बिहार व झारखंड के संताल क्षेत्र में नक्सली पार्टी के प्रमुख नेता के तौर पर पिंटू राणा का नाम आ रहा है. केके बिल्डर्स के सात कर्मियों के अपहरण में इसी का नाम उछल रहा है. यह वही पिंटू राणा है जिसका नाम बिहार अंतर्गत चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के एसबीआइ सिलफरी नवाडीह लूट कांड में सामने आया था. इस घटना को मार्च 2013 में अंजाम दिया गया था. पुलिस के अनुसार दिनदहाड़े पिंटू के नेतृत्व में नक्सलियों ने उक्त बैंक को लूटा था. हालांकि इस घटना में वे लोग पूर्ण सफल नहीं हुए थे.
उसके दो साथी अत्याधुनिक हथियार के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ा था. तभी से संगठन में उसकी पहचान दक्ष व जांबाज के तौर पर होने लगी है. पिंटू को पूर्व बिहार से झारखंड के संताल क्षेत्र तक संगठन को मजबूत करने की जिम्मेवारी दी गयी है. वहीं संगठन विस्तार करने के लिये फंड जेनरेट करने का दायित्व भी इसी के कंधे पर है.
इसके नेतृत्व में संगठन को मजबूती भी मिली है. खास कर क्षेत्र के युवाओं के बीच पिंटू की पकड़ भी अच्छी है. हालिया दिनों में इलाके के कुछ युवाओं को भी जोड़ने में उसने सफलता हासिल की है. संगठन में वह जांबाज के रूप में जाना जा रहा है. किसी भी बड़ी घटना का नेतृत्व भी संगठन द्वारा पिंटू को ही दिया जाने लगा है.