जसीडीह: अगवा लोगों को तीन दिनों बाद भी अपहृत के हाथों नहीं छुड़ाने व परिजनों की हालत नाजुक होते देख ग्रामीणों के बीच आक्रोश बढ़ने लगा है. ग्रामीणों ने कहा कि अगर अगवा लोगों को जल्द वापस घर नहीं लाया गया तो कभी भी हम ग्रामीण रोड पर उतर आंदोलन कर सकते हैं.
जिसका सामना केके बिल्डर्स के साथ जिला प्रशासन को करना पड़ेगा. आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि अगवा लोग गरीबी से त्रस्त हो रोजी-रोटी के लिए केके बिल्डर्स द्वारा कराये जा रहे पुल निर्माण में काम कर रहे थे. इसके लिए कंपनी उन्हें निर्धारित मजदूरी ही देता था. ऐसे में पुल निर्माण में कमाई कंपनी मालिक को हो रही है. नक्सलियों ने सात लोगों को अगवा किया है तो उसके पीछे कही न कही कंपनी के मालिक से सीधा संबंध है.
लेकिन तीन दिन गुजर जाने केबाद भी कंपनी द्वारा छुड़ाने की पहल नहीं की जा रही है और नहीं अगवा परिजनों से मिलने आया है. इतना ही नहीं अगवा लोगों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. सभी के घरों में मातम का नजारा पसरा हुआ है. परिजनों का दुख व भूख से हालत दयनीय हो गया है. जो अच्छा संकेत नहीं हैं. ऐसे में अगवा लोगों को जल्द छुड़ा कर वापस घर नहीं लाते तो बाध्य होकर उसके रोड पर उतर कर आंदोलन करेंगे.