अब उक्त योजनाओं की पूर्णता की रिपोर्ट व डिमांड राशि बार-बार संबंधित एजेंसियों से मांगी जा रही है, बावजूद रिपोर्ट अब तक जिला मुख्यालय को प्राप्त नहीं हुई है. बीआरजीएफ मद में जिले में 61 लाख रुपये पड़े हुए हैं. बावजूद राशि खर्च नहीं की जा रही है. इस मामले में डीडीसी मीना ठाकुर ने आठ बीडीओ समेत जिला परिषद व एनआरइपी के कार्यपालक अभियंता पर नाराजगी जतायी है.
डीडीसी ने देवघर बीडीओ रजनीश, मोहनपुर बीडीओ शैलेंद्र रजक, सोनारायठाढ़ी बीडीओ जहुर आलम, देवीपुर बीडीओ विभूति मंडल, सारठ बीडीओ प्रमोद कुमार दास, पालोजोरी बीडीओ विशाल कुमार, करौं बीडीओ अखिलेश कुमार, मारगोमुंडा बीडीओ अमित कुमार, जिला परिषद के कार्यपालक अभियंता कामेश्वर झा व एनआरइपी कार्यपालक अभियंता मुरारी मोहन से शो-कॉज पूछा है.