मधुपुर. शहर के राजबाड़ी रोड स्थित एक निजी होटल सभागार में झारखंड बंगाली समिति के तत्वावधान में रविवार को विश्व मातृ भाषा दिवस मनाया गया. इस अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया. गोष्ठी को संबोधित करते हुए समाजसेवी घनश्याम ने कहा कि मातृ भाषा का महत्व क्षेत्रीय भाषा का विकास व साविक उन्नति […]
मधुपुर. शहर के राजबाड़ी रोड स्थित एक निजी होटल सभागार में झारखंड बंगाली समिति के तत्वावधान में रविवार को विश्व मातृ भाषा दिवस मनाया गया. इस अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया. गोष्ठी को संबोधित करते हुए समाजसेवी घनश्याम ने कहा कि मातृ भाषा का महत्व क्षेत्रीय भाषा का विकास व साविक उन्नति बताया. कहा कि वर्तमान स्थिति में भाषा के प्रति लोगों को रूचि लेनी चाहिए. विद्रोह मित्रा ने कहा कि मातृ भाषा के प्रति प्रेम सभी को होना चाहिए.
जिससे हमारे अस्तित्व की रक्षा हो सके. कहा कि मातृ भाषाओं की सम्मान की दृष्टि से देखने की जरूरत है. डा. आशीष कुमार सिन्हा ने मातृ भाषा की महत्व वर्तमान स्थिति में बताते हुए कहा कि आज लोग मातृ भाषा को छोड पश्चिमी भाषा को बोलने में गर्व महसुस करते है. जो मातृ भाषा का अपमान है. मौके पर भुदेव प्रसाद सिंह, भूषण राम ने भी अपने-अपने विचार रखा.
इस अवसर पर मृत्युंजय सिन्हा, परेश चंद्र दत्ता, गोपाल दास, अमूल्य दे, अरूणा दत, लक्ष्मी दास, नुपुर सुर, लक्ष्मी दत, अनिता, दीपक आदि मौजूद थे.