देवघर: देवघर भूमि घोटाला का बड़ा कारण बना ‘एनओसी’ प्रक्रिया सीबीआइ जांच का केंद्र बिंदु बना हुआ है. राज्य में एक मात्र देवघर जिले में जमीन की रजिस्ट्री में एनओसी की आवश्यकता क्यों पड़ी व किस परिस्थिति में इस प्रक्रिया को लागू किया गया था. सीबीआइ इस राज को जानने में लगी है. सूत्रों के अनुसार सीबीआइ ने देवघर डीसी से एनओसी से जुड़े कई दस्तावेज मांगे हैं.
इसमें एनओसी के आदेश की छाया प्रति व हाइकोर्ट में दायर शपथ पत्र की छाया प्रति भी है. इसके अलावा हाल के दिनों हाइकोर्ट के किस आदेश से एनओसी प्रक्रिया देवघर में बंद हुई, इसकी भी कॉपी मांगी गयी है. बताया जाता है कि इस मामले में डीसी राहुल पुरवार ने बुधवार को रजिस्ट्रार व सीओ समेत विधि विशेषज्ञों की आपात बैठक बुलायी. बैठक में डीसी ने संबंधित अधिकारियों को दस्तावेज जल्द सीबीआइ को सुपुर्द करने का निर्देश दिया है.
सूत्रों के अनुसार एनओसी प्रक्रिया बीच-बीच में बंद भी होती रही व आवश्यकतानुसार चालू भी किया गया था. 2011 में भूमि घोटाला उजागर होने के बाद जमीन की रजिस्ट्री बंद हो गयी थी. उसके बाद हाइकोर्ट के निर्देश पर बिना एनओसी के जमीन की विधिवत रजिस्ट्री शुरू हुई.