देवघर: मधुपुर के रामचंद्रपुर की रहने वाली आमना बीबी ने मधुपुर रेफरल अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. आमना ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण उसने अपना बच्च खो दिया है. आमना शुक्रवार को जनता दरबार में डीसी के समक्ष फरियाद लेकर पहुंची थी. उसने बिलखते हुए डीसी को आपबीती सुनायी. परिजन मो युनूस ने डीसी को लिखित शिकायत देकर कहा कि 12 नवंबर, 2013 को दोपहर में आमना को प्रसव पीड़ा हुआ, तो सहिया बबीता देवी को ममता वाहन बुलाने के लिए सूचना दी.
सहिया ने 12 बजे कॉल सेंटर को फोन लगाया, तो कहा गया कि गाड़ी कहीं और गयी है. 12 बजे से 1.15 बजे तक एक घंटे इंतजार करने के बाद भी गाड़ी नहीं आयी, तो प्राइवेट वाहन से 1.30 बजे रेफरल अस्पताल पहुंचे. वहां देखा कि दो-दो ममता वाहन लगी है और अस्पताल में एक भी डॉक्टर नहीं हैं. तीन घंटे तक इंतजार किया. इस दौरान आमना प्रसव पीड़ा से तड़पती रही. हार कर किसी तरह पैसे का जुगाड़ करके लगभग पांच बजे पास के क्लिनिक गयी, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. आमना की डिलीवरी तो हुई, लेकिन बच्च मृत पाया गया. मो युनूस ने कहा कि यदि समय पर ममता वाहन और डॉक्टर उपलब्ध हो जाता तो बच्च बच जाता. डीसी के समक्ष आमना ने मामले में दोषी अस्पताल कर्मियों व ऑन डय़ूटी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगायी.
इस दौरान वीडियो वोलेंटियर्स इंडिया के कोरसपोंडेंट मुकेश रजक भी डीसी से मिले और पत्र देकर इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारी व कर्मी पर कार्रवाई की मांग की. साथ ही पीड़िता को उचित मुआवजा देने की भी बात कही. पीड़िता ने मामले से अवगत कराया है. मामला गंभीर है. इस मामले में रेफरल अस्पताल मधुपुर के इंचार्ज को जांच का निर्देश दिये हैं. जांच रिपोर्ट आने के बाद जो डॉक्टर या कर्मी दोषी होंगे, उन पर कड़ी कार्रवाई होगी.
-राहुल पुरवार, डीसी, देवघर