देवघर: बाबा मंदिर के लिए ऐतिहासिक नाथबाड़ी की जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इसके लिए डीसी सह सचिव बाबा मंदिर प्रबंधन बोर्ड राहुल पुरवार ने अधीनस्थ अफसरों को आदेश दे दिया है.
प्रक्रिया के तहत जमीन की प्रकृति, रैयतों की पहचान, मूल दस्तावेज, परचा व रकवा आदि जानकारी मांगी है. पूरी प्रक्रिया के बाद रैयतों को नोटिस भेजा जायेगा. इस संबंध में डीसी श्री पुरवार ने बताया कि दिनों-दिन बढ़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ को लेकर प्रशासन आधारभूत संरचना का विकास करना चाहता है.
इस ओर बाबा मंदिर प्रबंधन बोर्ड भी काफी गंभीर है. इसलिए बोर्ड ने मंदिर के आसपास की खाली पड़ी जमीन जो किसी न किसी तरह से बाबा मंदिर से जुड़ा रहा है उसका अधिग्रहण करने का निर्णय लिया है. अधिग्रहण होने वाली जमीन पर श्रद्धालु हित में आधारभूत संरचना पर काम होगा. इसके अलावा बोर्ड में लिये गये निर्णयों के अनुसार उमा भवन के पास वाली खाली जमीन के अधिग्रहण का मामला भी प्रक्रिया में है.
27 कट्ठा है जमीन
नाथबाड़ी की जमीन का रकवा लगभग 27 कट्ठा है. यानी लगभग दो एकड़ के आसपास यह जमीन है. इस ऐतिहासिक जमीन पर एक पुराना मंडप भी बना हुआ है. बताया जाता है कि यह मंडप नाथ संप्रदाय के लोगों ने बनवाया था. इस मंडप से होकर सुरंग गुजरती है जो अंदर ही अंदर बाबा मंदिर प्रांगण में निकलती है.