देवघर: सेवा नियमित करने सहित अन्य मांगों के समर्थन में मनरेगा कर्मचारी शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. इसमें जिले भर के 10 मनरेगा बीपीओ समेत लगभग 300 मनरेगा कर्मी शामिल हैं.
मनरेगा कर्मचारी संघ के अनुसार इस महंगाई के दौर में बहुत ही कम मानदेय में पिछले छ: वर्षो से कार्य करते आ रहे हैं. मनरेगा कर्मचारी संघ की मांगों को लेकर वेतन बढ़ोतरी का निर्णय लिया गया. सहायक अभियंता व कनीय अभियंता के वेतन में दोगुणी बढ़ोतरी की गयी, लेकिन बीपीओ, कंप्यूटर सहायक, लेखा सहायक व रोजगार सेवकों के वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं की गयी. इससे पूर्व मनरेगा आयुक्त ने वार्ता के दौरान मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था. इसके बाद चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया गया है.
सरकार नहीं कर रही मांगों पर पहल : बसंत
झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष बसंत सिंह ने कहा कि मनरेगा कर्मचारियों ने लगातार सरकार को अपनी पीड़ा बतायी है, बावजूद सरकार उनकी मांगों पर विचार करने में पहल नहीं कर रही है.
दो दिसंबर को अपनी मांगों के समर्थन में राज्य भर के मनरेगा कर्मचारी ग्रामीण विकास मंत्री ददई दुबे के रांची स्थित आवास का घेराव करेंगे. राज्य व्यापी हड़ताल के दौरान अगर कर्मचारियों पर कोई कार्रवाई होती है, तो इसका जवाब उग्र आंदोलन सेदिया जायेगा.