स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक-दो कर्मियों को सिर्फ देखने के लिये घटनास्थल भेजा गया. उन कर्मियों ने वहां से फेंकी गयी व जल रही कुछ दवाईयों में से सैंपल के तौर पर जब्त कर लाया. प्रथम द्रष्टया स्वास्थ्य विभाग द्वारा आशंका जतायी जा रही है कि उक्त स्थल पर इतनी मात्रा में फेंकी गयी दवाइयां किसी प्राइवेट क्लिनिक व मेडिकल दुकान की हो सकती है.
इस संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर आरएन प्रसाद ने बताया कि उक्त दवा मामले की जांच के लिये तीन सदस्यीय जांच दल गठित की जायेगी. उक्त जांच दल में दो डॉक्टर समेत प्रोग्राम मैनेजर को रखा जायेगा. जरुरत पड़ने पर मामले की जांच के लिये औषधि निरीक्षक को भी लिखा जायेगा.