देवघर: सांसद चुने जाने के बाद झारखंड के जनप्रतिनिधि मालामाल हो गये. झारखंड के लोकसभा सांसदों की आमदनी में साल-दर साल भारी इजाफा हो रहा है.
यहां 14 में से छह सांसद करोड़पति हैं, शेष सभी लखपति. करोड़पति सांसदों में-इंदर सिंह नामधारी, रवींद्र पांडेय, यशवंत सिन्हा, डॉ अजय कुमार, निशिकांत दुबे, सुबोध कांत सहाय शामिल हैं. झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की संपत्ति 38 लाख थी जो बढ़कर 82 लाख हो गयी. वहीं बाबूलाल मरांडी के पास पांच लाख की संपत्ति ही थी, जो बढ़ कर 21 लाख हो गयी. करोड़पति छह सांसदों में से तीन भाजपा के हैं, एक कांग्रेस, एक निर्दलीय व एक झाविमो के हैं.
2004 से 2009 के बीच पांच सालों में करोड़पति सांसदों की आय में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है. ये प्रमाण इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया के वेबसाइट पर उपलब्ध हैं. वर्ष 2004 में चतरा के सांसद इंदर सिंह नामधारी की संपत्ति महज 69 लाख ही थी लेकिन पांच साल बात 2009 में उनकी संपत्ति बढ़कर 2.13 करोड़ हो गयी.
इसी तरह गिरिडीह के सांसद रवींद्र पांडेय के पास पहले दो करोड़ प्लस की संपत्ति थी, वह तीन करोड़ पार कर गयी. सांसद कड़िया मुंडा की संपत्ति पहले 18 लाख थी, यह पांच साल बाद लगभग 60 लाख हो गयी. इस तरह से देखा जाये तो सांसदों की संपत्ति में दो गुणा तक वृद्धि हुई है. चुनाव आयोग के वेबसाइट पर जारी आंकड़ों के मुताबिक वर्तमान में झारखंड के सांसदों में सबसे अधिक धनी गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे हैं. इनके पास चल-अचल संपत्ति 11.15 करोड़ है. दूसरे नंबर पर झाविमो सांसद डॉ अजय कुमार हैं, उन्होंने अपने डिक्लेरेशन में 5.73 करोड़ की संपत्ति की घोषणा की है. तीसरे नंबर पर यशवंत सिन्हा हैं, उनके पास 4 करोड़, पांचवें नंबर गिरिडीह सांसद रवींद्र पांडेय के पास 3 करोड़ से भी अधिक की संपत्ति है.