देवघर : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अधीन पथ निर्माण विभाग के देवघर पथ प्रमंडल इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है. विभाग के कार्यपालक अभियंता जयप्रकाश सिंह का स्थानांतरण व नये कार्यपालक अभियंता उमेश्वर प्रसाद सिंह द्वारा चार्ज एज्युम के बाद राजनीति हस्तक्षेप जमकर हो रही है.
उमेश्वर प्रसाद सिंह द्वारा चार्ज एज्युम करने से खपा जयप्रकाश सिंह ने अपने कार्यालय कक्ष में ताला जड़ दिया. इसके बाद उमेश्वर प्रसाद सिंह सहायक अभियंता अंजु बैक के कार्यालय कक्ष में बैठकर कार्य निबटाना शुरु किया था.
बाद में आज वे भी रोकड़ रुम पर दोहरा ताला जड़ कर रांची चले गये . इधर इन दो अभियंताओं को लेकर राजनीतिक रस्साकशी तेज हो गई . एक ओर बहुचर्चित निर्दलीय विधायक हरिनारायण राय व दूसरी ओर चितरा कोलियरी में मजदूर यूनियन की राजनीति से सत्ता के शीर्ष पर पहुंचे, एक पदधारी नेता के बीच ठन गयी.
बताया जाता है कि विधायक जी पूर्व कार्यपालक अभियंता जयप्रकाश सिंह के कार्यो से नाराज थे, इसलिए निर्दलीयों के समर्थन से बनी हेमंत सरकार में अपनी पैरवी जमायी व जयप्रकाश सिंह का पत्ता साफ कर दिया. जबकि सत्ता के शीर्ष पर बैठे पदधारी नेता द्वारा जयप्रकाश सिंह का स्थानांतरण रोकवाने की पहल तेज हुआ.
बताते हैं कि पदधारी नेता की दिलचस्पी अपने एक खास रिश्तेदार की ठेका कंपनी को लेकर है. इस कंपनी के जिम्मे इन दिनों पीडब्ल्यूडी में करोड़ों का काम चल रहा है.
देर रात की सूचना पर भरोसा करें तो दोनों नेताओं के बीच आपसी सुलह-सहमति बना कर स्थानांतरण रोकने का हाई वोल्टेज ड्रामा जारी है. संभव है कि स्थानांतरण रोक दिये जायें.
मैं अभी बाहर हूं, लौटने के बाद देखूंगी: सचिव: इस संदर्भ में पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव राजबाला वर्मा ने कहा कि इस बारे में मुझे विस्तृत जानकारी नहीं है. मैं अभी बाहर हूं. लौटने के बाद पूरे मामले को देखूंगी. उसके बाद ही कुछ बता सकते हैं.
क्या है सर्विस लॉ
सस्पेंड हो सकते हैं कार्यपालक अभियंता (अधिवक्ता) देवघर कोर्ट के वरीय अधिवक्ता सह सर्विस लॉ के जानकार प्रणय सिन्हा ने कहा कि सरकारी कार्यालय में ताला जड़ना अपने आप में एक अपराध है. स्थानांतरित अभियंता को ताला खोलवाने के लिए अपने वरीय अधिकारियों से पत्रचार करना चाहिए. पत्रचार के बाद वरीय अधिकारी ताला खोलने का आदेश पूर्व कार्यपालक अभियंता को देंगे.
बावजूद ताला नहीं खोला गया तो वर्तमान कार्यपालक अभियंता ताला तुड़वाने का आदेश प्राप्त कर ताला तुड़वायेंगे. इस क्रम में पूर्व कार्यपालक अभियंता पर विभागीय निर्देश का उल्लंघन करने पर सो-कॉज के बाद सस्पेंशन तक की कार्रवाई का प्रावधान है.