देवघर: देवघर के प्राइमरी एवं मिडिल स्कूलों में इंटर प्रशिक्षित शिक्षकों का 791 पद एवं स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों का 169 पद रिक्त है. विभाग द्वारा अबतक पांच चरण की काउंसेलिंग की गई है. काउंसेलिंग में इंटर प्रशिक्षित शिक्षक पद के लिए सिर्फ 99 अभ्यर्थी एवं स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक पद के लिए 265 अभ्यर्थी काउंसेलिंग में टर्नअप हुए हैं. रिक्त पदों के अनुपात में काउंसेलिंग में अभ्यर्थियों के नहीं पहुंचने से विभाग भी असमंजस में है.
अभ्यर्थियों को विशेष मौका देने के उद्देश्य से पहले एवं दूसरे चरण की काउंसेलिंग के बाद विभाग ने अनुपस्थित रहनेवाले अभ्यर्थियों के लिए पुन: काउंसेलिंग की थी पर उपस्थिति अनुकूल नहीं रही. रिक्त पदों के मुकाबले अभ्यर्थियों के टर्नअप नहीं होने की वजह से स्थापना समिति की बैठक तय नहीं हो रही है. अभ्यर्थियों के नियुक्त पत्र पर भी संशय बरकरार है. विभागीय पत्र के अनुसार पांचवें चरण की काउंसेलिंग नौ नवंबर तक कर स्थापना समिति की बैठक करनी थी. पर निर्धारित तिथि के बाद भी न तो कांउसेलिंग समय पर पूरा हो सका. न ही जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक निर्धारित की गयी है.
कॉमर्स अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव
स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक नियुक्ति के लिए जिलास्तर पर चल रही काउंसेलिंग में काॅमर्स अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है. अधिकांश अभ्यर्थियों को यह कहकर काउंसेलिंग से वापस कर दिया गया कि कॉमर्स स्टूडेंट नहीं लिया जायेगा. यह स्क्रूटनी कमेटी का फैसला है. लेकिन, दूसरी ओर कुछ चुनिंदे कॉमर्स के अभ्यर्थियों को काउंसेलिंग में शामिल कर प्रमाण पत्र भी जमा लिया गया. मेधा सूची में शामिल अभ्यर्थियों का आरोप है कि अगर काउंसेलिंग में कॉमर्स स्टूडेंट को शामिल नहीं करना था तो मेरिट लिस्ट में नाम कैसे सूचीबद्ध किया गया.