देवघर: मोहनपुर थाना के बघाकुरा जमीन विवाद में बिनोद मठपति पर जानलेवा हमला करने के आरोपित बजरंगी महथा के बलसरा स्थित आवास पर जब पुलिस कुर्की जब्त की कारई कर रही थी तो उसी दौरान दो अन्य आरोपितों ने सरेंडर कर दिया. कुर्की जब्त की कार्रवाई से पहले पुलिस ने बजरंगी व उसके भाई सावन महथा व अभय महथा को सरेंडर कराने का मौका परिजनों को दिया. उसके बाद पुलिस ने कुर्की-जब्ती की कार्रवाई शुरु कर दी.
करीब एक घंटे बाद पुलिस की दबिश में सुबह 11 बजे बजरंगी का भाई सावन महथा घर के पास ही पुलिस के समक्ष अचानक पेश हुआ व सरेंडर कर दिया. उसके बाद करीब एक बजे चंदाजोरी गांव के अभय महथा ने नगर थाने में सरेंडर किया. कुर्की-जब्ती के दौरान लोगों की भीड़ बजरंगी के घर के बाहर लगी गयी थी़ पुलिस ने घर का एक-एक सामान बाहर निकाला व दो ट्रकों में लोड कर बारी-बारी कर मोहनपुर थाना भेजा गया.
तूफान महथा गया जेल
सोमवार को रात दस बजे पुलिस ने बजरंगी के भाई तूफान महथा को घर से गिरफ्तार किया था. मंगलवार को कोर्ट में पेशी के बाद तूफान को जेल भेज दिया गया. इससे पहले सोमवार को ही इस मामले में ठाढ़ी गांव से गिरफ्तार बजरंगी का रिश्तेदार दिलीप महथा को भी जेल भेजा जा चुका है. पुलिस इस मामले में 20-25 अज्ञात की पहचान में जुटी है.
रोते-बिलखते रहे परिजन
कुर्की-जब्ती के दौरान जब खाना बनाने का घरेलू सामान प्रेशर कुकर व चूल्हा आदि तक वाहन में लोड किया जाने लगा तो परिजन रो पडे़ बार-बार पुलिस से गुहार लगाती रही, लेकिन कोई सुनवायी नहीं हुई. बजरंगी का भाई सुभाष ने परिजनों को समझा-बुझाकर घर के अंदर किया.
होती रही बात, बजरंगी ने नहीं किया सरेंडर
इधर पुलिस की कुर्की-जब्ती की कार्ईवाई तेजी से चल रही थी उधर बजरंगी का एक भाई सुभाष महथा लगातार बजरंगी से फोन पर संपर्क कर जल्द सरेंडर करने की बात कह रहा था. सुभाष महथा ने बजरंगी को फोन पर कहा कि अगर आप सरेंडर कर देंगे तो पुलिस कुर्की-जब्ती बंद कर देगी. बजरंगी फोन पर खुद को रांची से कुछ दूरी पर होने की बात कह रहा था. पुलिस भी कह रही थी कि अगर रांची के कोई भी थाने में बजरंगी के सरेंडर होने की पुष्टि होती है तो पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कुर्की-जब्ती रोक देंगे. इस पर बजरंगी ने एक घंटे में सरेंडर कर देने की बात फोन पर अपने भाई को बताया. लेकिन छह घंटा बीत जाने के बाद भी बजरंगी ने सरेंडर नहीं किया. एक बार तो रांची के कोतवाली थाने में बजरंगी के सरेंडर की बात उसके भाई सुभाष ने पुलिस को बताया, लेकिन जब पुलिस ने कोतवाली थाना से संपर्क किया तो बजरंगी नाम के शख्स की सरेंडर करने की कोई बात सामने नहीं आयी.