देवघर: चर्चित जमीन घोटाले में सीबीआइ की टीम ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है. अब टीम पूरी क्षमता व दिलचस्प तकनीक के सहारे अंजाम पर पहुंचने की कोशिश कर रही है. घोटाले से संबंधित दस्तावेज की चोरी के बारे में जानने के लिए सीबीआइ की टीम बुधवार की शाम अभिलेखागार पहुंची. टीम के सदस्यों ने वहां से हुई चोरी की दृश्य रूपांतरण का सहारा लिया. रात के अंधेरे में चोरी की संभावनाओं को खंगाला.
टीम में शामिल अधिकारी सीढ़ी लगा कर कार्यालय के ऊपरी हिस्से व पिछले हिस्से का जायजा लिया. ताकि अज्ञात चोर द्वारा कार्यालय से दस्तावेजों की चोरी करने के बाद कैसे वह छत के ऊपर से नीचे उतरा होगा. सबूत इकट्ठा करने के लिए सीबीआइ की ओर से रात के घटनाक्रम की वीडियोग्राफी करायी गयी.
तकनीकी टीम भी थी साथ: जांच के क्रम में तकनीकी टीम भी अधिकारियों के साथ थी. संभावनाओं को तलाशते हुए अधिकारी ने उनकी सलाह पर अनुसंधान करते रहे. इस क्रम में ढेरों सबूत इकट्ठे किये गये.
कई अधिकारियों से हुई पूछताछ
इससे पूर्व सीबीआइ अधिकारियों ने सुबह से कई पदाधिकारियों से पूछताछ की. इनमें पवन कुमार सहित अन्य पदाधिकारी भी शामिल थे, जो देवघर से बाहर दूसरे अन्य जिले में सेवारत हैं. इनके बयान रिकार्ड किये गये. चोरी की घटना के वक्त वे लोग देवघर में कार्यरत थे. ज्ञात हो सबसे ज्यादा फोकस निबंधन कार्यालय में सेवा देने वाले पूर्व के अवर निबंधकों पर है. क्योंकि सबसे ज्यादा गड़बड़ी जमीन रजिस्ट्री के दौरान ही हुई है.