देवघर: रिमांड होम (बाल संप्रेषण गृह) की 16 वर्षीय अनाथ अनिता पाहन की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी. सोमवार दोपहर करीब डेढ़ बजे तबीयत बिगड़ने पर अनिता को रिमांड होम पहुंचाया गया. अस्पताल में डॉक्टर की सलाह पर उसे भरती करने की प्रक्रिया चल ही रही थी कि दोपहर 1:35 बजे अनीता की मौत हो गयी. ऑन डय़ूटी फिजिशियन डॉक्टर बीपी सिंह के अनुसार बेहोशी की हालत में अनिता को लाया गया.
उसकी नाड़ी बैठ गयी थी. बताया गया कि सांस लेने में तकलीफ है. भरती करने के दौरान ही उसकी मौत हो गयी. डॉ सिंह ने बताया कि प्रथम द्रष्टया लगा कि अनिता ब्रोंको निमोनिया से पीड़ित थी. उसे गैसपीन में लाया गया था. मरीज कोमा में थी. अनिता के साथ आयी रिमांड होम की एएनएम अचला कुंडू ने बताया कि वह डय़ूटी पर सुबह 10 बजे पहुंची, तो अनिता को बीमार देखा. इसके बाद गाड़ी के लिए फोन किया. करीब 12:30 बजे रिमांड होम से उसे लेकर अस्पताल आये. अस्पताल में भीड़ थी, इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी.
कंधे पर उठा कर पहुंचाया ओपीडी : अनिता की हालत इतनी गंभीर थी कि स्ट्रेचर लाये बिना गाड़ी से कंधे में उठा कर ओपीडी तक पहुंचाया गया. स्ट्रेचर लाने व स्वास्थ्यकर्मी के पहुंचने तक का इंतजार भी नहीं किया गया.
दो सप्ताह पूर्व पटना से लायी गयी थी अनिता : एएनएम अचला कुंडू के अनुसार पटना से अनिता पाहन को दो सप्ताह पूर्व रिमांड होम लाया गया था. तब से वह बीमार थी. बीच-बीच में इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल भी लाया जाता था.
एक एएनएम के भरोसे 24 घंटे : रिमांड होम के स्वास्थ्य केंद्र में किसी डॉक्टर की भी डय़ूटी नहीं है. करीब सात दर्जन लड़कियां रिमांड होम में रहती हैं. बावजूद एक ही एएनएम कार्यरत हैं. वे सुबह 10 बजे से संध्या पांच बजे तक डय़ूटी में रहती हैं. इसके बाद वह ऑन कॉल मोबाइल पर उपलब्ध रहती हैं.
समय पर अस्पताल आती तो बच सकती थी जान : अनिता जब 15 दिनों से बीमार थी तो अचानक उसकी हालत नहीं बिगड़ी होगी. रविवार को एएनएम छुट्टी पर थी. दिन भर व रात भर प्रोपर केयर हुआ होगा कि नहीं. यह भी स्पष्ट नहीं है. सोमवार सुबह एएनएम डय़ूटी पर आयी, तब उसे गंभीर देखा. अगर समय पर उसे अस्पताल लाया जाता तो जान बच भी सकती थी.
सुगर की बीमारी से पीड़ित थी अनिता : अधीक्षक
अनाथ अनिता पाहन को चीनी की बीमारी थी. 15 दिन पूर्व पटना में भटकते हुए पाये जाने के बाद उसे देवघर संप्रेषण गृह भेजा गया था. तबीयत बिगड़ने पर सदर अस्पताल में इलाज भी कराया गया था. आज अचानक हालत बिगड़ गयी. इलाज के लिये अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया.