देवघर : दाल की कीमत में लगातार हो रही बढ़ोतरी पर अंकुश लगने के लिए राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने पहल शुरू कर दी है. गुरुवार को डीसी अरवा राजकमल ने समाहरणालय के सभा कक्ष में चेंबर के साथ बैठक की. बैठक में डीसी ने देवघर जिले में अरहर दाल की कालाबजारी को रोकने व आम लोगों को सस्ते दर पर दाल मुहैया कराने के लिए संताल परगना चेंबर अॉफ काॅमर्स से जुड़े व्यवसायियों से सहयोग की अपील की.
व्यवसायियों ने तत्काल सरकार व जिला प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए संकट के समय सहयोग पर हामी भरी है. खुदरा व्यवसायियों ने कहा कि उनके प्रतिष्ठानों में तत्काल अरहर दाल का जितना भी स्टॉक है, उसे खरीदारों को 145 रुपये किलो के भाव पर मुहैया करायेंगे. मगर इसके लिए जरूरी है शहर में दाल के थोक व्यापारी उन्हें 140 रुपये किलो के भाव पर दाल उपलब्ध करायें. यह भी तय हुआ कि क्राइसिस के समय एक व्यक्ति को एक बार में दो किलो अरहर दाल ही खरीद सकेंगे. वहीं व्यवसायियों ने डीसी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि बाजार में कई संस्थाएं अौर भी हैं जो खाद्य पदार्थों की बिक्री करती है.
उन्हें भी स्थानीय व्यवसाय के दायरे में लाया जाये. प्रशासन बिक्री के मामले में जो पैमाना स्थानीय व्यवसायियों के लिए तय करती है, वही पैमाना बिग बाजार व अन्य संस्थाअों के लिए भी तय करे. जहां ऊंचे दामों पर दाल की बिक्री हो रही है. खरीदार लुभावने अॉफर में फंस कर दाल समेत अन्य खाद्य पदार्थों की खरीदारी भी कर रहे हैं. बैठक में प्रभारी डीएसअो दिलीप कुमार सिंह के अलावा संप चेंबर के अध्यक्ष विनोद सुल्तानियां, महासचिव आलोक मल्लिक, व्यवसायी राजेश जैन, अशोक अग्रवाल, बजरंग बथवाल, संतोष भुवनियां, गणेश भालोटिया, कैलाश अग्रवाल, मनोज गुप्ता, राजेश बरनवाल, पवन बरनवाल, अशोक सरावगी, राजेश केसरी, राजेश रूंगटा आदि उपस्थित थे.