देवघर: वित्तीय वर्ष 2011-12 में राज्य भर के बालू घाट पंचायत के अधीन ग्राम सभा के जिम्मे था. खनन विभाग की अधिसूचना के अनुसार, 80 फीसदी राशि ग्राम सभा व 20 फीसदी राशि विभाग के खाते में जमा होनी थी. देवघर में लगभग 60 लाख रुपये से अधिक राशि ग्राम सभा को प्राप्त हुई.
वित्तीय वर्ष 2011-12 में खनन विभाग ने देवघर जिले के 18 पंचायतों में बालू घाटों की सूची अंचलाधिकारियों को ग्राम सभा में नीलामी करने के लिए सौंप दी थी. अंचलाधिकारी व मुखिया की उपस्थिति में 18 ग्राम सभा में डाक हुआ व ग्राम सभा अध्यक्ष का चुनाव किया गया. इसके बाद मुखिया, पंचायत सचिव व ग्राम सभा अध्यक्ष का संयुक्त बैंक के खाते में बालू से प्राप्त होने वाली राजस्व राशि को जमा किया गया.
सरकार के निर्देश से इन राशि को ग्राम विकास में सार्वजनिक तौर पर खर्च करनी थी. इसमें कुछ पंचायतों ने तो राशि खर्च की, लेकिन अनुपात के अनुसार कई पंचायत राशि खर्च करने में पीछे रही. अभी भी दर्जन भर ग्राम सभामें राशि पड़ी हुई है. अधिकारियों की मॉनिटरिंग के अभाव में पंचायतें योजनाएं तैयार नहीं कर पा रही.