देवघर: जसीडीह इंडस्ट्रीयल इलाके से पेड़ों की अंधाधुंध कटाई मामले में वन विभाग ने अब तक अपनी ओर से जांच रिपोर्ट अनुमंडल न्यायालय को नहीं सौंपी है. जबकि इस मामले से संबंधित प्रशासनिक रिपोर्ट देवघर सीओ धीरेंद्र कुमार सिंह ने गत दिनों जमा कर दी है. उधर, वन विभाग के पदाधिकारियों की ओर से रिपोर्ट न सौंपे जाने एसडीएम जय ज्योति सामंता खासे नाराज हैं.
उन्होंने अपने न्यायालय के माध्यम से वन विभाग के पदाधिकारियों को पहले ही स्मार पत्र भेजा है. इस बात की शिकायत जसीडीह इंडस्ट्रीयल इलाके के समीप के ग्रामीणों ने एसडीएम को शिकायत पत्र सौंपा था. मामले को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने फौरन सीओ व वन विभाग के पदाधिकारियों को जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था. मगर एक पखवारा बाद भी वन विभाग की ओर से एसडीएम कोर्ट को रिपोर्ट नहीं सौंपी गयी है.
क्या है मामला : पिछले दिनों जसीडीह इंडस्ट्रीयल एरिया में बंद पड़ी कई इकाइयों से लगातार कीमती पेड़ों की कटाई हो रही थी. उसी क्रम में हिंदुस्तान लीवर लिमिटेड की बंद इकाई के परिसर से अज्ञात अपराधियों ने तकरीबन दो से तीन सौ अधिक पेड़ काट लिये हैं. काटे गये पेड़ों में करोड़ों रुपये मूल्य के-सागवान, शीशम,चंदन व यूकेलिप्टस आदि के वृक्ष शामिल थे. कीमती पेड़ों की तस्करी के खेल में देवघर के बड़े लकड़ी तस्कर बंद पड़े उद्योगों के तथाकथित केयरटेकर के शामिल होने की बात उजागर हुआ है. इस मामले में न तो वन विभाग ने और न स्थानीय पुलिस ने ही कोई कार्रवाई की थी.