देवघर: देवघर भूमि घोटाला में अभियुक्त सरकारी अधिकारी व कर्मचारियों पर सीबीआइ का शिकंजा तेज होता जा रहा है. सीबीआइ सरकारी अभियुक्तों की कुंडली खंगालने में जुटी है. सूत्रों के अनुसार सीबीआइ यह जानने में लगी है कि एक हजार करोड़ भूमि घोटाले में भूमिका निभाने वाले सरकारी अभियुक्तों के दामन में पहले भी दाग लगी थी अथवा यह पहली बार है.
सूत्रों के अनुसार सीबीआइ खंगाल रही है कि घोटाले में शामिल सरकारी अधिकारी व कर्मचारी पर पूर्व में भ्रष्टाचार का कोई मामला तो नहीं है अथवा भ्रष्टाचार के आरोप में कोई अधिकारी व कर्मचारियों पर पहले विभागीय कार्रवाई तो नहीं हुई थी. सीबीआइ को भूमि घोटाले में शामिल अधिकारी व कर्मचारी पर पूर्व में भ्रष्टाचार के इन तमाम आरोपों की फाइल की तलाश है.
सीबीआइ इसके लिए संबंधित विभाग से मदद ले रही है. इस दौरान सरकारी अधिकारी व कर्मचारी के सर्विस बुक भी सीबीआइ परखेगी. सूत्रों के अनुसार विभागों को पत्र के माध्यम से घोटाले में अभियुक्त अधिकारी व कर्मचारियों पर पूर्व लगे आरोपों की जानकारी मांगी है. इस क्रम उन भ्रष्टाचार के आरोप सिद्ध होने पर क्या कोई कार्रवाई अथवा प्राथमिकी तो नहीं हुई थी, इसकी भी जानकारी सीबीआइ ने मांगी है.
कई अभियुक्तों पर पूर्व से दर्ज है प्राथमिकी
देवघर भूमि घोटाले में शामिल कई ऐसे सरकारी अभियुक्त हैं, जिन पर पूर्व में थानों में फर्जीवाड़ा व अन्य मामले दर्ज है. इस बीच विभागीय स्तर पर उन अधिकारी व कर्मियों पर क्या कार्रवाई हुई है, इसकी रिपोर्ट मिलने के बाद ही खुलासा हो पायेगा. सूत्रों के अनुसार इस जांच से सीबीआइ भूमि घोटाले में शामिल सरकारी अभियुक्तों का बैक ग्राउंड का पता लगायेगी.