इस कांड में सीबीआइ ने तीन दिनों के दौरान अभिलेखागार, डीसीएलआर व गोपनीय शाखा के कई कर्मियों से पूछताछ की. इसमें रिटायर्ड कर्मी भी शामिल थे. बताया जाता है कि अभिलेखागार से दस्तावेजों की चोरी से पहले कई घोटाला से जुड़े कई अहम जमीन के दस्तावेजों की हेरफेर हुई थी. इसमें कई रिटायर्ड कर्मियों की भूमिका सामने आ रही है.
इन रिटायर्ड कर्मियों से सीबीआइ पहले भी संदेह के आधार पर धनबाद कार्यालय में पूछताछ कर चुकी है. इस मामले में सीबीआइ रिटायर्ड कर्मियों की गिरफ्त्तारी भी कर सकती है. इसके लिए सीबीआइ अहम सुबुतों को जुटाने में लगी हुई है. जल्द ही सीबीआइ बड़ी कार्रवाई करते हुए चोरी कांड में शामिल कर्मियों की गिरफ्तारी कर सकती है.