देवघर : मोहनपुर प्रखंड स्थित जिला परिषद भाग संख्या-पांच के अधीन चितरपोका हिरणा मांझी टोला गांव के लगभग 400 आबादी की जिंदगी इन दिनों नरक बन गयी है. हिरणा मांझी टोला में घुसने वाली मुख्य सड़क जोरिया का रुप ले चुका है. सड़क की यह जर्जर हालत होने की वजह से बरसात में रोगियों का टांग कर मुख्य सड़क तक लेकर जाना पड़ता है. चूंकि चार पहिया वाहन गांव में नहीं घुस पा रहा है.
बरसात में इन दिनों हिरणा मांझी टोला के लोगों के लिए काला पानी की सजा की स्थिति बन गयी है. देवघर-दुमका मुख्य सड़क से आधा किलोमीटर की दूरी पर भी यह गांव नहीं है, बावजूद सड़क का पक्कीकरण नहीं किया गया है. ग्रामीण कई बार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई पहल नहीं हुई है. यह गांव जिला परिषद अध्यक्ष का चुनावी क्षेत्र में है. मुखिया के अाग्रह पर चार माह पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष किरण कुमारी, तत्कालीन डीडीसी व बीडीओ ने भी सड़क का जायजा लिया थाा, लेकिन ग्रामीणों को सिर्फ कोरा आश्वासन ही मिल पाया है.
अध्यक्ष व डीडीसी ने मनरेगा से सड़क बनाने की बात कहकर टाल दिया. अब बरसात में लोगों को भारी फजीहत हो रही है. सड़क पक्कीकरण नहीं होने पर ग्रामीण इस बार पंचायत चुनाव में वोट मांगने के लिए आने वाले को सबक सिखाने की तैयारी में है. एक किलोमीटर लंबी यह सड़क पंचायत स्तर से बनने योग्य नहीं है, चूंकि पंचायत में इतनी बड़ी राशि नहीं है. इसिलए ग्रामीण परमेश्वर महतो, निमायचरण राय, जगदीश राय व परमेश्वर दास राय आिद का कहना है कि जनप्रतिनिधियों सिर्फ झूठा आश्वासन देने का काम किया है. यह सड़क अतिआवश्यक है.