उसे अपहर्ताओं ने ही भाई से बात भी करायी थी. इसके बाद वह किसी तरह पैदल बरकट्टा थाना पहुंचा, जहां से एसडीपीओ के नेतृत्व में गठित छापेमारी टीम ने बरामद कर यहां लाया. कर्मवीर की सकुशल बरामदगी हुई है. उसने बताया कि अपहर्ता स्थानीय भाषा में बातचीत कर उसे डराते-धमकाते थे, लेकिन कुछ नुकसान नहीं पहुंचाते थे. कहते थे काम हो जाने के बाद उसे छोड़ दिया जायेगा. फिलहाल कर्मवीर डरा हुआ है, उससे अभी ज्यादा कुछ पूछताछ नहीं हो सकी है.
Advertisement
मधुपुर से अपहृत कर्मवीर चौपारण से बरामद
देवघर: मधुपुर से अपहृत छात्र कर्मवीर को पुलिस की छापेमारी टीम ने गुरुवार सुबह हजारीबाग जिले के बरकट्टा थाने में रिसीव किया. उसे लेकर देर शाम में मधुपुर एसडीपीओ अशोक कुमार सिंह व थाना प्रभारी पीसी सिन्हा सशस्त्र बलों के साथ पुलिस हाउस पहुंचे. एसपी विपुल शुक्ला ने उससे पूछताछ की. इसके बाद पत्रकारों को […]
देवघर: मधुपुर से अपहृत छात्र कर्मवीर को पुलिस की छापेमारी टीम ने गुरुवार सुबह हजारीबाग जिले के बरकट्टा थाने में रिसीव किया. उसे लेकर देर शाम में मधुपुर एसडीपीओ अशोक कुमार सिंह व थाना प्रभारी पीसी सिन्हा सशस्त्र बलों के साथ पुलिस हाउस पहुंचे. एसपी विपुल शुक्ला ने उससे पूछताछ की. इसके बाद पत्रकारों को बताया कि पुलिस दबिश के कारण अपहर्ताओं ने कर्मवीर को सुबह में चौपारण के समीप लाकर छोड़ दिया था.
पोशपुत्र के पुराने विवाद पर चल रही है पड़ताल: सभी पहलुओं को ध्यान में रख कर छानबीन की जा रही है. 1998 से कर्मवीर के परिजनों का किसी के साथ पोशपुत्र को लेकर विवाद चल रहा था. उस मामले से जुड़े तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. अभी पुलिस को कर्मवीर के अपहरण के कारणों की स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है.
पुलिस ने फिरौती के मामले को किया खारिज : अपहर्ताओं द्वारा बुधवार को कर्मवीर के परिजनों से फिरौती की मांग करने की जोरदार चर्चा उड़ी थी, किंतु पुलिस द्वारा सत्यापन में मामला स्पष्ट नहीं हो सका. एसपी ने बताया कि कर्मवीर का एक भाई आइआरबी में जवान है, उसकी मासिक तनख्वाह 20 हजार है. वहीं उसकी पारिवारिक पृष्ठभूमि भी ऐसी नहीं है कि फिरौती के लिये कर्मवीर का अपहरण किया गया हो. तत्काल उसकी मेडिकल जांच करा कर परिजनों के हवाले कर दिया जायेगा. मामले में कुछ लोगों का नाम सामने आया है, किंतु अनुसंधान प्रभावित होने की आशंका के कारण नाम का खुलासा नहीं किया जा सकता. मौके पर मधुपुर एसडीपीओ सिंह व थाना प्रभारी सिन्हा भी मौजूद थे.
13 को अगवा किया गया था कर्मवीर को
एसपी ने बताया कि कर्मवीर को अपहर्ताओं द्वारा 13 अगस्त को अगवा किया गया था, उस वक्त वह कुछ कागजातों का जेरॉक्स कराने निकला था. अपहर्ता 4-5 की संख्या में कांवरिया वेश में थे. घटना के बाद कर्मवीर को भी बोलबम का ड्रेस पहना कर बोलेरो से ले गया था. कहीं उसकी आंख बंद कर व कहीं खुला रख कर ले जाया गया था. उसके मोबाइल लोकेशन के आधार पर लगातार पुलिस छापेमारी भी करायी जा रही थी. कर्मवीर ने बताया कि लगातार बन रहे पुलिस दबाव से बुधवार रात को अपहर्ता उसे छोड़ने के मुद्दे पर आपस में बातचीत कर रहे थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement