देवघर : प्रदोष तिथि पर बाबा मंदिर परिसर में भक्तों की काफी चहल कदमी दिखी. बाबा का पट अहले सुबह चार बजे खुलने के उपरांत सर्व प्रथम परंपरा अनुसार स्थानीय पुरोहितों द्वारा कांचा जल अर्पण करने के पश्चात मंदिर इस्टेट की ओर से बाबा की सरकारी पूजा की गयी. उसके बाद आम भक्तों के जलार्पण के लिये पट खोल दिया गया.
मंदिर का पट बंद होने तक करीब दस हजार शिव भक्तों ने कामना लिंग पर जलार्पण कर मंगल कामना की. प्रदोष तिथि होने की वजह से स्थानीय लोगों के अलावे आम भक्तों की मंदिर में काफी भीड़ रही.
इस अवसर पर मिथिलांचल से आये कांवरियों ने भी बाबा पर जलार्पण किया. मान्यता है की इस तिथि पर व्रत रख शिवलिंग पर जलार्पण करने मात्र से ही अकाल मृत्यु का योग खत्म होने के साथ-साथ मनोवांछित फल की कामना पूर्ण होती है.