इसमें देश के लगभग हर प्रांत के लोग बाबा पर जलार्पण करने आयेंगे. मनोज महाराज ने कहा कि दो प्रसिद्ध धार्मिक मास में एक माह पुरुषोत्तम मास रहेगा, जबकि दूसरा माह श्रवणी मेला रहेगा. मंगलवार को पूर्णिमा है. बुधवार एक जून से आषाढ़ मास शुरू होगा.
इसके 15 दिन बाद ही झंडा गड़ जायेगा. इसके साथ ही 17 जून से पुरुषोत्तम मास शुरू हो जायेगा. यह 16 जुलाई को संपन्न हो जायेगा. पुन: एक अगस्त से विश्व प्रसिद्ध श्रवणी मेला शुरू हो जायेगा. इसकी तैयारी में शहरवासी अभी से जुट गये हैं.