हत्या से पहले रविवार को ही दोपहर में माथुर दास व लखन दास के बीच बकझक भी हुई थी. इस मामले में लखन दास के पुत्र नंदकिशोर दास ने मोहनपुर थाना कांड संख्या 183 /15 में धारा 302, 34, 27 आर्म्स एक्ट के तहत माथुर दास समेत उनके दोनों पुत्र प्रमोद दास, दिनेश दास, दामाद मुकेश दास (बेलहर), साथी महेंद्र दास व राजेश यादव (कोठिया) को आरोपित बनाया है.
पुलिस ने सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए रविवार रात में छापेमारी की थी. इसमें एक आरोपित मुकेश दास को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, शेष सभी आरोपित फरार हैं. परिजनों के अनुसार माथुर दास का दामाद बेलहर निवासी मुकेश दास अपने ससुराल खिजुरिया में ही रहता है. मुकेश अक्सर अपने ससुर के पक्ष से लड़ाई करता था. पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने सोमवार को लाश परिजनों के हवाले कर दिया व गांव में लखन दास का दाह संस्कार किया गया.
पुत्र नंदकिशोर के अनुसार शाम करीब 6:30 बजे कोठिया के राजेश यादव उनके घर आये व विश्वास में लेकर पिता लखन दास को बाइक पर बैठाकर दर्दमारा की ओर निकल गये. शाम सात बजे परिजनों को अचानक रोड किनारे लखन दास की लाश पड़ी होने की सूचना मिली. परिजन के अनुसार राजेश यादव जमीन के कारोबार में माथुर दास से मिला हुआ था व दोनों के बीच साठ-गांठ थी. लेकिन लखन दास से भी राजेश की दोस्ती थी, इसलिए राजेश विश्वास में लेकर लखन दास को अपने साथ शाम में ले गया था. नंदकिशोर का दावा है कि उक्त आरोपितों ने ही जमीन की खातिर उनके पिता की गोली मारकर हत्या कर दी है.