कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने अधिकारियों से पूर्व में लिये गये प्रस्तावों पर हुई प्रगति की समीक्षा की. अधिकारियों को स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करते हुए सभी लोगों को चिकित्सा सुविधा सुलभता से उपलब्ध हो इसका ध्यान रखने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र से उन्हें शिकायत मिल रही है कि स्वास्थ्य उपकेंद्र नियमित रूप से नहीं खुलते हैं जो एक गंभीर बात है. पंसस रविन्द्र नाथ रूज ने स्वास्थ्य उपकेंद्रों से मरीजों को दवा नहीं मिलने का मुद्दा उठाया.
प्रह्वाद साह ने जीवनाबांध पंचायत के कुरूवा गांव में तालाब जीर्णोद्धार में अनियमिता की बात उठायी. कहा कि इस तालाब के जीर्णोद्धार में अब तक तीन बार कार्य हो चुका है. लेकिन अबतक सही ढंग से कार्य नहीं हो पाया है. इसपर बीडीओ ने सहायक अभियंता के साथ स्वयं इसकी जांच करने की बात कही. कृषि मंत्री ने पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र का समुचित विकास हो इसके लिए सभी को राजनीतिक भेद-भाव दरकिनार कर संयुक्त रूप से प्रयास करना होगा. अगले बैठक में सभी सदस्य अपने-अपने क्षेत्र के समस्याओं की सूची उपलब्ध करायें. ताकि उसका निराकरण किया जा सके.
उन्होंने सरकार की प्राथमिकताओं के बारे में सदस्यों को जानकारी दी. बैठक में प्रमुख मलोनी मुमरू, उपप्रमुख सावित्री देवी, बीडीओ विशाल कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ लियाकत अंसारी, बीइइओ नरेंद्र कुमार, जेई प्रभातेश्वर तिवारी, बीडब्लूओ सुधीर कुमार, बीसीओ अजय कुमार यादव, बीसीओ परमानंद सिंह, एलईओ रीना डोरिस मुमरू, प्रधान सहायक केडी दास, बीपीओ हेलेना हेंब्रम, नारायण मंडल, पंसस रवींद्रनाथ रूज, सीमा देवी झाझरिया, प्रह्वाद साह, हैदर अली, सुरेंद्र बास्की, एमरान अंसारी, रूपा देवी, मुखिया गोलक बिहारी यादव, जहिरन बीबी, एई कामेश्वर झा, निम्मी कुमारी, जेई प्रकाश चंद्र यादव, अंकित कुमार, अमित कुमार यादव, मोहन कुमार, अशोक महथा आदि उपस्थित थे.