देवघर: अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ की ‘पठन-पाठन दुरुस्त करो, एमडीएम से मुक्त करो’ की घोषणा के बाद सोमवार से संघ के सदस्य सह शिक्षकों ने अपने आप को मध्याह्न् भोजन योजना से अलग कर लिया. मिली जानकारी के अनुसार संघ द्वारा दिये गये अल्टीमेटम की अवधि खत्म होने के बाद सोमवार को अधिकांश स्कूलों में सरस्वती वाहिनी समिति के सदस्यों ने मोरचा संभाल लिया. जिले भर के स्कूलों में समिति के सदस्य पूरी मुस्तैदी के साथ मध्याह्न् भोजन बनवाने एवं बच्चों के बीच भोजन परोसने में व्यस्त रहे.
कई स्कूलों में मध्याह्न् भोजन बनवाने में शिक्षकों ने भी सहयोग किया. विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो जिले के 2108 स्कूलों में मध्याह्न् भोजन कार्यक्रम चलता है.
विद्यालय में करीब तीन हजार सरकारी शिक्षक कार्यरत हैं. योजना के सफल संचालन के लिए स्कूलों में बच्चों के अनुपात में चावल एवं राशि भी विभाग द्वारा उपलब्ध करायी गयी है. इधर कई शिक्षकों ने कहा है कि मध्याह्न् भोजन संचालन के लिए पिछले शनिवार को चावल का उठाव प्रखंड स्तर पर किया गया है. ऐसे में योजना का चावल खत्म होने के बाद ही मध्याह्न् भोजन कार्यक्रम से अपने आप को अलग करेंगे.