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15 माह में 60 फीसदी काम

देवघर: मोहनपुर स्थित बैजनडीह गांव में निर्माणाधीन रवींद्रनाथ टैगोर कृषि महाविद्यालय का निर्माण कार्य निर्धारित समय में पूरा नहीं हो पाया. करीब 13 करोड़ की लागत से तैयार होने वाली कृषि महाविद्यालय भवन व बाउंड्रीवाल निर्माण कार्य का शिलान्यास मई 2012 में हुआ था. डेढ़ वर्ष में कार्य को पूरा करने का समय निर्धारित था, […]

देवघर: मोहनपुर स्थित बैजनडीह गांव में निर्माणाधीन रवींद्रनाथ टैगोर कृषि महाविद्यालय का निर्माण कार्य निर्धारित समय में पूरा नहीं हो पाया. करीब 13 करोड़ की लागत से तैयार होने वाली कृषि महाविद्यालय भवन व बाउंड्रीवाल निर्माण कार्य का शिलान्यास मई 2012 में हुआ था.

डेढ़ वर्ष में कार्य को पूरा करने का समय निर्धारित था, लेकिन 15 माह बीतने के बावजूद 60 फीसदी ही काम पूरा हो पाया है. कृषि महाविद्यालय में गल्र्स, बॉयस हॉस्टल, प्रशासनिक भवन, प्रोफेसर व स्टाफ क्वार्टर समेत प्रयोगशाला आदि का निर्माण चल रहा है. इसमें अधिकांश भवन की प्रथम व दो तल्ले की ढ़लाई तो हो चुकी है, लेकिन कई भवन अधूरा ही पड़ा है. एक भी भवन को फाइनल टच नहीं दिया गया है.

विस्थापितों को मुआवजा नहीं मिला
कृषि महाविद्यालय में 18 एकड़ रैयती व लगभग 75 एकड़ बंदोबस्ती जमीन का अधिग्रहण किया गया है. बंदोबस्ती तो दूर विस्थापितों को रैयती जमीन का भी मुआवजा नहीं मिल पाया.

बॉउंड्रीवॉल में पड़ी दरार
कृषि महाविद्यालय का बाउंड्रीवॉल का निर्माण कार्य 50 फीसदी ही पूरा हुआ है, इस बीच निर्मित दीवार पर दरार भी पड़ गयी है. बाउंड्रीवॉल व भवन में घटिया कार्य तत्कालीन कृषि सचिव अरुण कुमार सिंह ने भी निरीक्षण के दौरान पाया था. सचिव ने डीसी राहुल पुरवार को टीम गठित कर जांच कराने का निर्देश दिया था, लेकिन इसकी जांच नहीं हुई.

मुआवजे की मांग को लेकर बंद था कार्य
‘ मुआवजे की मांग को लेकर कई माह तक निर्माण कार्य बंद रहा. इस कारण कार्यो को पूरा करने में देरी हुई है. समय सीमा के अंदर कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा. गुणवत्ता में गड़बड़ी की शिकायत पर जांच होगी’ प्रसुन्न कुमार, उपनिदेशक, कृषि(भवन निर्माण), रांची

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