सारवां : जिला भर में मौसम की मार से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. कभी तपती धूप से सिंचाई की कमी के कारण तो कभी बेमौसम बरसात से किसानों की फसल बरबाद हो रही है. पिछले कुछ दिनों से मौसम के बदलते मिजाज को देख किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें दिख रही है.
आंधी, तूफान व तेज बारिश से जहां फसल को क्षति हो ही रही है वहीं फसलों पर ओला की मार ने किसानों की हालत खराब कर दी है. अब तो स्थिति यह हो गयी है कि बारिश देखते ही किसान परेशान हो उठते हैं. देवघर, मधुपुर, सारठ, सारवां, पालोजोरी, करौं, मारगोमुंडा, देवीपुर प्रखंड क्षेत्र में लहलहाते फसल व सब्जी को देख किसानों को अच्छी आमदनी की उम्मीद थी लेकिन, बारिश के साथ ओलावृष्टि ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. अब किसानों के समक्ष समस्या आ रही है कि कर्ज लेकर जो फसल लगायी थी अब बरबाद होने पर लिये गये कर्ज कैसे चुकाएंगे.
सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में जिले का हब कहा जाने वाले सारवां प्रखंड के किसानों को असमय ओला वृष्टि से भारी नुकसान उठाना पड़ा. प्रखंड के मुनियातरी, बीचगढा, बिसनपुर, पहरिया पहरीडीह रतुरा, जियाखाड़ा, वनवरिया, मानजोरी, दसडीह, मुनियांतरी सहित अन्य गांवों में कुदरत का कहर इस कदर बरपा कि देखते देखते फसल नष्ट हो गये. तरबूज, खीरा, ककड़ी, टमाटर, कद्दू, करेला, बेगन, नेनुआ, बीट मिर्ची, बंधगोभी आदि फसलें नष्ट हो गई है़
महिपाल वर्मा, धनंजय वर्मा, उपेंद्र वर्मा, विजय वर्मा, श्रीकांत वर्मा, नरेश वर्मा, सहदेव वर्मा, सिकंदर वर्मा सर्वेश्वर वर्मा , परशुराम वर्मा सहित अन्य किसानों ने बताया कि बैंक व महाजनों से कर्ज लेकर फसल लगाया था़ अब जब फसल तैयार हो गया तो अचानक बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से खड़ी फसल को नुकसान हो गया. ग्रामीणों ने जांच कर मुआवजा की मांग की है. बीएओ विजय कुमार देव ने बताया कि जिन किसानों की फसलें बरबाद हो गई है वैसे किसान फसल की क्षतिपूर्ति के लिए अंचलाधिकारी के कार्यालय में आवेदन दें.
देवीपुर : दरंगा निवासी डीलर तुलसी मंडल पर राशन कालाबाजारी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया. एमओ अखौरी शशिकांत के लिखित आवेदन पर थाना प्रभारी पीसी सिन्हा ने थाना कांड संख्या 44/15 धारा 408/ 420 भादवि व सात आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर छानबीन कर रही है. 22 अप्रैल को गुप्त सूचना के आधार पर बीडीओ विभूति मंडल व बीपीआरओ आरके भगत ने दरंगा के डीलर तुलसी मंडल के सरकारी दुकान पर छापा मारा था.
बीडीओ ने उस दौरान दुकान में रखा भंडार पंजी व वितरण पंजी का जांच किया. जांच में बीपीएल का चावल भंडार पंजी में दर्ज था. साथ ही वितरण पंजी में भंडार पंजी में दर्ज चावल पूरा बीपीएल चावल जो भंडार पंजी में था वह वितरण कर दिया गया था. जबकि उक्त चावल भंडार गृह में मौजूद मिला. भंडार गृह में एफसीआइ लिखा कुल 35 बोरा बरामद किया. जिसमें पचास किलो प्रति बोरा में चावल था. कुल साढ़े छह क्विंटल चावल पाया गया.
जो कि चावल कालाबाजारी करने के उद्देश्य से रखा गया था. जब्त चावल की जब्ती सूची बना कर बलमपुर के पंचानंद पांडेय को जिम्मानामा पर दिया गया.