– मुख्य सचिव राजीव गौबा ने प्रमंडलीय आयुक्त व उपायुक्त को दिये आवश्यक निर्देश- शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए सरकार के स्तर से विशेष पहल- शिक्षा के विकास के लिए केंद्र व राज्य सरकार के स्तर से कई योजनाओं का हो रहा है संचालन संवाददाता, देवघरशिक्षा का सार्वभौमिकरण व गुणात्मक विकास को ध्यान में रखते हुए जिले के प्राइमरी से लेकर हाइस्कूलों के शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त रखने का फैसला लिया गया है. इस बाबत झारखंड सरकार के मुख्य सचिव राजीव गौबा द्वारा प्रमंडलीय आयुक्त व उपायुक्त को आवश्यक निर्देश दिया गया है. विभागीय निर्देश के बाद जिला स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. मुख्य सचिव ने कहा है कि शिक्षा के विकास के लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा कई योजनाओं का संचालन किया जा रहा है. शिक्षा के गुणात्मक विकास में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. राज्य में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए सरकार के स्तर से आवश्यक कार्रवाई की गयी है. विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों द्वारा शैक्षणिक कार्यों का बेहतर तरीके से निष्पादन किया जाये. शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों में लगाये जाने से शिक्षा के गुणात्मक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ना स्वाभाविक है. प्रारंभिक विद्यालय से लेकर उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों को बड़े पैमाने पर गैर-शैक्षणिक कार्यों में लगाये जाने की सूचना है. यह वांछनीय नहीं है, इसलिए छात्र हित को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों में नहीं लगाया जाये. अपरिहार्य परिस्थिति में विभागीय अधिसूचना के तहत ही पुर्वानुमति के बाद ही शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य में अल्प अवधि में लगाया जाये.
BREAKING NEWS
गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्त रहेंगे उवि तक के शिक्षक
– मुख्य सचिव राजीव गौबा ने प्रमंडलीय आयुक्त व उपायुक्त को दिये आवश्यक निर्देश- शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए सरकार के स्तर से विशेष पहल- शिक्षा के विकास के लिए केंद्र व राज्य सरकार के स्तर से कई योजनाओं का हो रहा है संचालन संवाददाता, देवघरशिक्षा का सार्वभौमिकरण व गुणात्मक विकास को […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement