देवघर: आजसू के देवघर जिलाध्यक्ष मुकेश सिंह व उसके चालक की हत्या के विरोध में पार्टी का संताल परगना बंद असरदार रहा. देवघर, दुमका, पाकुड़, राजमहल, गोड्डा व जामताड़ा में जगह-जगह आजसू कार्यकर्ता सड़क पर उतरे, सड़क जाम कर घंटों आवागमन बाधित किया. बंद समर्थकों ने हर जगह घूम-घूम कर दुकानों और अन्य प्रतिष्ठानों को बंद कराया. इस दौरान आजसू कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रशासन और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. कार्यकर्ता दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. हालांकि बंद से स्वास्थ्य सेवाओं को मुक्त रखा गया था. वैसे जन्माष्टमी त्योहार के कारण सरकारी कार्यालय, स्कूल-कॉलेज व कई निजी दफ्तरों में अवकाश था. सभी जिले में बंद को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे. कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.
देवघर टावर चौक पर टायर जला जताया विरोध
इससे पूर्व सुबह से हो रही रिमङिाम बारिश के बाद दिन के 10 बजे बारिश के थमते ही आजसू कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे. इस दौरान जत्थे में शामिल कार्यकर्ताओं ने टावर चौक, आजाद चौक, शिक्षा सभा चौक, जलसार रोड, कचहरी रोड, स्टेशन रोड, बिग बाजार, बाजला चौक, आसाम एक्सेस रोड आदि इलाके में घूम-घूम कर सैकड़ों की संख्या में प्रतिष्ठानों को बंद कराया. इस क्रम में बंद समर्थकों ने टावर चौक के समीप टायर जला कर विरोध जताया. वे सभी वहीं धरना-प्रदर्शन के लिए बैठना चाहते थे. समर्थक जिला प्रशासन हाय-हाय, जिलाध्यक्ष व उसके चालक के हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की. इस दौरान टावर चौक, अस्पताल मोड़ व मीनाबाजार चौक के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी थी.
लाखों रुपये का नहीं हुआ ट्रांजेक्शन
संताल परगना स्तरीय बंद के कारण बाजार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा. आज सुबह से ही दुकानदारों व प्रतिष्ठान मालिकों ने बंद समर्थकों के भय से अपने-अपने दुकान खोलने को लेकर सशंकित रहे. बाद में समर्थकों के आने पर उन्होंने अपनी दुकानें बंद कर दी. इस दौरान लक्ष्मी मार्केट व गणोश मार्केट और सेंट्रल प्लॉजा की दुकानों के बंद रहने के कारण लाखों रुपये का ट्रांजेक्शन नहीं हो सका.
बंद कराने वालों में शमिल थे
बंद कराने वाले आजसू कार्यकर्ताओं का नेतृत्व पार्टी के केंद्रीय सचिव महेश राय, संप प्रभारी श्याम मुमरू, प्रवक्ता राजा साहनी कर रहे थे. जबकि उनके साथ टुनु खवाड़े,बॉबी जेजवाड़े, विजय कुमार , जयंत राव पटेल, बबीता राव पटेल, महेश चंद्रवंशी, प्रमोद कुमार समेत दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे.
गिरफ्तारी के विरोध में ग्रामीणों का प्रदर्शन, सड़क जाम
वहीं दूसरी ओर इस घटना में पुलिस द्वारा चार ग्रामीणों को उठा ले जाने के विरोध में रोहिणी और आसपास के ग्रामीणों ने बवाल किया. ग्रामीण एकजुट हो रोहिणी पहुंचे और बाजार बंद कराया. साथ ही सत्संग-भिरखीबाद मुख्य सड़क को जाम कर दिया. इस कारण घंटों आवागमन बाधित रहा. ग्रामीण पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस निदरेष लोगों को फंसा रही है. जाम व प्रदर्शन की सूचना पर देवघर एसडीपीओ अनिमेष नैथानी सदल-बल पहुंचे, ग्रामीणों से बातचीत की, महिलाओं की बात सुनी और आश्वासन दिया कि कोई निदरेष नहीं फंसेंगे. पुलिस पूरे मामले की हर बिंदु से जांच कर रही है.