देवघर: सलौनाटाड़ स्थित झारक्राफ्ट ऑफिस में संताल परगना के छह जिलों के अलावे गिरिडीह एवं धनबाद के अधिकारियों के साथ बैठक की गयी. इसकी अध्यक्षता उद्योग विभाग के विशेष सचिव सह निदेशक धीरेंद्र कुमार ने की. बैठक में झारक्राफ्ट के चल रहे कार्य योजनाओं की समीक्षा हुई. झारक्राफ्ट को बढ़ावा देने के लिए कई दिशा-निर्देश दिये गये. मौके पर निदेशक धीरेंद्र कुमार ने कहा कि भारत सरकार ने हैंडलूम कलस्टर को मंजूरी दे दी है. वहीं जसीडीह एवं बरहरवा में शिल्प पार्क बनाने का काम चल रहा है. शिल्प पार्क बनने से हैंडलूम एवं हस्तशिल्प को बढ़ावा मिलेगा. रोजगार का सृजन होगा. साथ ही सितंबर माह के अंत तक देवघर एवं मधुपुर में कॉफी चेन खोलने की योजना है. उन्होंने बताया कि बांस से बने समानों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में जगह मिले, इसके लिए सार्क सेक्रेटरी से वार्ता हुई है. सितंबर में कोलंबो में सार्क देशों की बैठक होने वाली है. मंजूरी मिलते ही यहां बने बांस के सामान को उन देशों में भेजा जायेगा. झारक्राफ्ट द्वारा स्वयं सिल्क का धागा बनाने की प्रक्रिया चल रही है.
झारक्राफ्ट के साथ शॉपर स्टॉप का टाइ अप
निदेशक धीरेंद्र कुमार ने बताया कि झारक्रॉफ्ट का शॉपर स्टॉप के साथ टाइअप हुआ है. विदेशों में इसके 76 आउट लेट हैं. इससे झारक्राफ्ट से बने समानों को बाजार दिलाने में काफी मदद कर रहा है. धीरे-धीरे अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी पकड़ बना रही है.
एक हजार लोगों को मिलेगा रोजगार :देवघर में इस साल के अंत तक झारक्राफ्ट के माध्यम से एक हजार लोगों को रोजगार दी जायेगी. इसके लिए शिल्प पार्क भवन बनाये जा रहे है. वहीं राज्य के एक लाख लोगों को रोजगार मुहैया होगी. गांवों को उन्मुखीकरण के लिए विभिन्न योजनाएं चल रही है.
ये थे मौजूद
संयुक्त निदेशक गंगा हांसदा, अवर सचिव अभिषेक श्रीवास्तव, विश्वनाथ राठौर, उद्योग निदेशक डीपी विद्यार्थी, हजारीबाग के महाप्रबंधक बीएमएल दास, दुमका के महाप्रबंधक रमेश प्रसाद गुप्ता, साहिबगंज के बिदेश्वरी दास, गिरीडीह के इर्ंदल दास,देवघर के अवधेश कुमार गुप्ता, धनबाद के महानंद झा, गोड्डा के बेनिफास तिग्गा, एडीआइ श्यामल कुमार दास, अमरापाड़ा के मो खादिम अतीक, सुधीर कुमार सिंह, सुधीर सिंह, सुदंरकांत पाठक, राज रंजन वर्मा, मो नईमुद्दीन व अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे.