देवघर: बाबानगरी आने वाले श्रद्धालुओं को शहर में ट्रैफिक समस्या का सामना करना पड़ता है. शहर में वाहन पार्किग के लिए जगह नहीं है. इस कारण नागरिक नियमों का उल्लंघन होता है. प्रशासन उपयोगी जगहों को चिह्न्ति कर पार्किग स्थल बनाये, तभी पार्किग की समस्या दूर होगी. उक्त बातें श्रम व नियोजन मंत्री राज पलिवार […]
देवघर: बाबानगरी आने वाले श्रद्धालुओं को शहर में ट्रैफिक समस्या का सामना करना पड़ता है. शहर में वाहन पार्किग के लिए जगह नहीं है. इस कारण नागरिक नियमों का उल्लंघन होता है. प्रशासन उपयोगी जगहों को चिह्न्ति कर पार्किग स्थल बनाये, तभी पार्किग की समस्या दूर होगी. उक्त बातें श्रम व नियोजन मंत्री राज पलिवार ने जिला परिवहन विभाग की ओर से सोमवार को आरमित्र स्कूल परिसर स्थित राज्यस्तरीय खादी महोत्सव में ‘सड़क, सुरक्षा व यातायात अधिनियम’ विषय पर कार्यशाला में कही. वे मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे.
मंत्री ने कार्यशाला के माध्यम से शहरवासियों से यातायात नियमों का पालन करने की अपील की. मंत्री ने शहर की पुलिस प्रशासन की व्यवस्था को लचर बताया और कहा कि देवघर में अलग तहर की पुलिसिया संस्कृति विकसित हो गयी है. इसमें यातायात पुलिस भी शुद्ध नहीं है.
आम लोगों के लिए थाना जाना भारी परेशानी का सबब बनता जा रहा है. यहां की पुलिस थाना का मतलब ‘था को ना और ना को था’ करने में विश्वास रखती है. मंत्री ने कहा कि ‘दारोगा का मतलब द से दो, रो के या गा के’. इस पर एसपी को ध्यान देना चाहिए. उन्होंने शहरवासियों से अपील कर कहा कि वे कानून का पालन करें. अधिकारी तो आयेंगे व चले जायेंगे. मगर खुद की सुरक्षा के लिए स्वयं जिम्मेवार होना होगा.
कार्यशाला में विधायक बादल ने भी लोगों से कहा कि यहां किसी घटना के बाद सड़क जाम जब तक नहीं होता, अधिकारी घटनास्थल नहीं पहुंचते. जबकि अधिकारियों के घटनास्थल पर पहुंचने के पूर्व जनप्रतिनिधि पहुंच जाते हैं. फोन पर सूचना देने के बाद अधिकारी पहुंचते हैं. इसके बाद ही कहीं मुआवजा भुगतान करते हैं. सरकार का प्रावधान है तो पहले क्यों नहीं मुआवजा देकर समस्या का निदान कर लेते हैं. अधिकारी अपने कार्यशैली में बदलाव लायें. खादी मेले के मंच से मेला प्राधिकार गठन पर भी बल दिया. डिप्टी मेयर संजयानंद झा ने कहा कि मदरसा की जमीन के मामले में निगम के पक्ष में फैसला आ चुका है. निगम 23 लाख रुपये खर्च कर उसकी घेराबंदी करायेगी, जिसका पार्किग स्थल के रूप में उपयोग संभव है. वहीं शहर में 21 यूरिनल निर्माण कराने का फैसला लिया गया है. वहीं जिप अध्यक्ष किरण कुमारी ने व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा अधिकारियों ने कभी रेलवे क्रासिंग महेशमारा के समीप फाटक लगाने को लेकर कभी निरीक्षण किया या कभी रिपोर्ट दी. उस होकर करीब 10 गांवों का रास्ता है. इसलिए उक्त पथ पर रेलवे फाटक बनाना आवश्यक है.
कार्यक्रम में डीसी अमीत कुमार, एसपी पी मुरूगन, जिप अध्यक्ष किरण कुमारी, एसडीओ जय ज्योति सामंता, इलाहाबाद बैंक के डीजीएम सुदेश कुमार, फेडरेशन ऑफ चेंबर कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष ताराचंद जैन सहित पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर, रीता चौरसिया आदि ने अपने विचार रखे. मौके पर सीओ शैलेश कुमार, सीसीसीआर डीएसपी अजय कुमार, मधुपुर डीएसपी बीके चौधरी, डीइओ शशि कुमार मिश्र, डीएसइ सुधांशु शेखर मेहता, रामनाथ शर्मा, अशोक राय, खादी आयोग के डीके राय, राजीव मल्होत्र आदि उपस्थित थे. इससे पूर्व डीटीओ शशि प्रकाश झा ने कार्यशाला में विषय प्रवेश कराया. जबकि मंच संचालन रौशन मिश्र ने किया.