देवघर: मंदिर प्रबंधन बोर्ड के सदस्य कृष्णानंद झा के बयान पर फिर पलटवार करते हुए पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने कहा कि वे अपने मुंह मियां मिट्ठ बन रहे हैं. उनकी राजनीति षडय़ंत्र व अनुकंपा के आधार पर टिकी है. वे नकली ईमानदार नेता हैं. श्री अंसारी ने कहा कि श्री झा को बताना चाहिए कि उन्होंने पंडा समाज के लिए क्या किया है. भारत धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है, संविधान में सबको बोलने का अधिकार है.
इसलिए किसी भी धर्म के हित में बोलने की इजाजत मुङो संविधान ने दिया है. उन्होंने श्री झा व सांसद निशिकांत को आगाह किया कि मंदिर उनकी जागीर नहीं है. कभी मंदिर को राजनीतिक अखाड़ा नहीं बनने दिया. जब भी पंडा समाज व श्रद्धालु को समस्या आयी, उनके लिए खड़ा रहा.
पुरानी व्यवस्था बहाल करने के लिए उन्होंने सीएम से बात की है. पूर्व सांसद ने कहा कि वे ब्राrाण विरोधी नहीं है. यदि होते तो श्री झा मधुपुर अल्पसंख्यक बहुल विधानसभा सीट से 15 साल तक विधायक नहीं होते. उन्होंने सांसद श्री दुबे से कहा कि वे अपने बारे में सोचें कि उन्हें भाजपा इस बार टिकट देगी या नहीं. पांच सालों का हिसाब जनता को दें कि क्या किया है. मेरा हिसाब मांगने का हक उन्हें नहीं है. जनता उनकी हवा वाजी के लिए चुनाव में सबक सिखायेगी. इसलिए जो भी बयान दें सीमा के अंदर रह कर दें.